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बिहार में एक मर्डर केस से तबाह हुआ विधायक का पूरा परिवार, 11 साल बाद फिर जिंदा हुआ ‘बथानी कांड’

बिहार के बथानी कांड ने एक सियासी परिवार को तबाह कर दिया. अतरी के विधायक रहे दंपति जेल की सलाखों के पीछे रह गए. कुंती देवी की मौत हो गयी जबकि उनके पति और बेटे आज भी जेल में हैं.

बिहार में गया जिले के अतरी विधानसभा क्षेत्र से राजद के विधायक अजय कुमार उर्फ रंजीत यादव का भाई विवेक यादव 11 साल से फरार चल रहा था. उसे एसटीएफ ने खिजरसराय से गिरफ्तार कर लिया गया. जदयू नेता सुमरिक यादव हत्याकांड में उसकी गिरफ्तारी हुई है. इस हत्याकांड ने वर्तमान अतरी विधायक के मां-पिता और अब भाई को भी सलाखों के पीछे पहुंचा दिया. राजद विधायक रंजीत यादव की मां सह पूर्व विधायक कुंती देवी इस हत्याकांड में जेल में बंद थीं और कुछ महीने पहले उनकी मौत हो गयी. जबकि पिता आज भी जेल में ही बंद हैं.

11 साल के बाद धराया फरार विवेक यादव

अतरी विधायक रंजीत यादव के भाई विवेक यादव की गिरफ्तारी अब 11 साल के बाद हुई है. इस दौरान पुलिस ने कुर्की-जब्ती की कार्रवाई भी की. लाल वारंट तक जारी किया गया था. सरकार ने 50000 रुपए का इनाम भी घोषित किया था. गया पुलिस ने विवेक यादव को गिरफ्तार कर लिया है. अतरी में जदयू नेता सुमिरक यादव की हत्या 26 फरवरी, 2013 को बथानी थाना क्षेत्र में हुई थी. बेरहमी से पीटकर जदयू नेता को मौत के घाट उतार दिया गया था. वहीं विवेक के ठिकाने से हत्याकांड के अगले ही दिन काफी संख्या में हथियार व कारतूस बरामद किए गए थे. विवेक इस मामले में फरार चल रहा था.

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90 के दशक से ही विवादों में रहा परिवार

90 के दशक से ही विवेक यादव का पूरा परिवार चर्चे में रहा है. विवेक अतरी के वर्तमान विधायक अजय कुमार उर्फ रंजीत यादव का छोटे भाई है. विवेक के पिता राजेंद्र यादव पहली बार 1995 में अतरी से विधायक बने थे. 2000 के चुनाव में जब वो फिर जीते तो इस जश्न में दरियापुर गांव में एक बच्ची की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी. इस मामले में राजेंद्र यादव पर केस दर्ज हुआ था. तत्कालीन जोनल आइजी अभयानंद इस केस की मॉनीटरिंग कर रहे थे.

जदयू नेता हत्याकांड में घिरा परिवार

2005 में राजेंद्र यादव की पत्नी कुंती देवी अतरी से विधायक बनीं. 2010 में उन्हें जदयू उम्मीदवार सह गया कॉलेज के प्रोफेसर कृष्णनंदन यादव ने हरा दिया. उनके करीबी रहे जदयू नेता सुमिरक यादव पर जानलेवा हमला हुआ और सुमरिक यादव की मौत हो गयी थी. तब सुमिरक यादव के भाई विजय यादव के बयान पर उस समय पूर्व विधायक कुंती देवी, प्रमोद यादव, सुबोध यादव, रंजीत यादव व विवेक यादव सहित अन्य लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की गयी थी. 2015 के चुनाव में कुंती देवी फिर विधायक बनीं. जबकि 2020 में कुंती देवी के बेटे अजय कुमार उर्फ रंजीत यादव उम्मीदवार बने और जीते.

विधायक रहीं मां की मौत, पूर्व MLA पिता आज भी जेल में बंद

जदयू नेता सुमिरक यादव की हत्या में कुंती देवी गिरफ्तार हुईं और कुछ महीने पहले जेल में ही उनकी मौत हो गयी. गंभीर बीमारी से जूझते हुए उन्होंने इलाज के दौरान अस्पताल में दम तोड़ दिया. विधायक रंजीत यादव के पिता सह पूर्व विधायक राजेंद्र यादव आज भी भागलपुर जेल में बंद हैं. बेलागंज विधानसभा उपचुनाव को लेकर सेंट्रल जेल में बंद पूर्व विधायक राजेंद्र यादव को यहां से हटा कर भागलपुर भेजा गया है. अपने स्थानीय क्षेत्र के एक दारोगा से मोबाइल फोन से बातचीत करने के मामले में भी वो सुर्खियों में रहे. अब विधायक रंजीत यादव का छोटा भाई भी गिरफ्तार हो चुका है. इससे पहले उनके भाई प्रमोद और सुबोध गिरफ्तार हुए थे.

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