संवाददाता, पटना दीघा की बाटा फैक्ट्री के सामने कुख्यात रवि गोप के चालक विकास की हत्या और उसके भाई को घायल करने के मामले में पांच को नामजद अभियुक्त बनाया गया है. रवि गोप की पत्नी राज सोनी ने प्राथमिकी दर्ज करायी. वह घटना की चश्मदीद गवाह भी हैं. उसने अपराधियों को गोली चलाते हुए देखा था. इस दौरान ही उसने अपराधियों की पहचान की थी. इस केस में दीघा रामजीचक के विजेंद्र उर्फ बिल्ला और उसका भाई मन्नू सहित पांच को आरोपित बनाया गया है. विजेंद्र व मन्नू पहले रवि गोप के ही गैंग में थे. लेकिन जमीन कब्जा और पैसे के विवाद के बाद विजेंद्र ने अपना गैंग बना लिया है. आपसी वर्चस्व को लेकर रवि गोप के भाई राजू और विकास पर फायरिंग की. जिसमें विकास की मौत हो गयी. जबकि राजू घायल और इलाजरत है. सूत्रों का कहना है कि विजेंद्र पुनपुन थाना क्षेत्र 24 अप्रैल को हुए जदयू नेता सौरभ पटेल हत्याकांड में भी शामिल था और पुलिस इसे कई दिनों से खोज रही थी. दीघा थाने की पुलिस टीम ने नामजद आरोपियों को पकड़ने के लिए दीघा, दानापुर व अन्य इलाकों में छापेमारी की. लेकिन सभी फरार थे. सूत्रों के अनुसार टीम ने विजेंद्र के दो करीबियों को हिरासत में लिया है और पूछताछ कर रही है. गुरुवार को विकास के शव का अंतिम संस्कार दीघा घाट पर परिजनों ने कर लिया. इसके बाद घटना के विरोध में स्थानीय लोगों ने रामजीचक के समीप आगजनी कर सड़क जाम कर हंगामा किया. करीब आधे घंटे तक सड़क जाम रही. इसके कारण स्कूल आने वाले छात्रों के साथ ही राहगीर को परेशानी का सामना करना पड़ा. पुलिस ने लोगों को समझा-बुझा कर जाम को हटवा दिया.
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