कैंपस : नीट यूजी हाइब्रिड मोड में कराने की सिफारिश, उम्र सीमा व अटेंप्ट लिमिट करने का दिया सुझाव
नीट यूजी में सुधार व एनटीए की कार्यप्रणाली की समीक्षा के लिए गठित सात सदस्यीय समिति ने अपनी रिपोर्ट शिक्षा मंत्रालय को सौंप दी है
-आउटसोर्सिंग पर निर्भरता खत्म करने का सुझाव
अनुराग प्रधान, पटनानीट यूजी में सुधार व एनटीए की कार्यप्रणाली की समीक्षा के लिए गठित सात सदस्यीय समिति ने अपनी रिपोर्ट शिक्षा मंत्रालय को सौंप दी है. इसरो के पूर्व प्रमुख डॉ के राधाकृष्णन की अध्यक्षता में गठित कमेटी ने नीट यूजी को लेकर अपनी रिपोर्ट में कई सुझाव दिये हैं. समिति ने नीट यूजी परीक्षा को दो चरणों और हाइब्रिड मोड में आयोजित करने की सिफारिश की है. अभी तक नीट यूजी जितनी बार चाहे उतनी बार दे सकते हैं. साथ ही परीक्षा को लेकर कोई उम्र सीमा भी निर्धारित नहीं है. लेकिन समिति ने अटेंप्ट को लेकर सुझाव दिया है. साथ ही परीक्षा आयोजित करने के लिए आउटसोर्सिंग करने के बजाय अपने स्वयं के परीक्षा केंद्रों की संख्या बढ़ाने और एनटीए के लिए अधिक स्थायी कर्मचारियों को नियुक्त करना शामिल होगा. मौजूदा समय में राष्ट्रीय परीक्षा आउटसोर्सिंग और अनुबंध कर्मियों पर बहुत अधिक निर्भर है.
हाइब्रिड मोड में हो एग्जाम, प्रश्नपत्र डिजिटल रूप से भेजें जाएं
नीट यूजी परीक्षा का आयोजन एक से अधिक चरणों में किया जाना चाहिए, क्योंकि स्टूडेंट्स की संख्या अधिक होती है. इसी तरह से जेइइ मेन और जेइइ एडवांस का आयोजन किया जाता है. साथ ही एग्जाम ऑनलाइन मोड में हो और जहां यह नहीं संभव हो, वहां पर परीक्षा का आयोजन हाइब्रिड मोड में किया जाये. जिन केंद्रों पर परीक्षा का आयोजन हाइब्रिड मोड में हो, वहां पर प्रश्नपत्र डिजिटल रूप से भेजे जाएं और उम्मीदवार अपने उत्तर ओएमआर शीट पर दें. इससे पेपर लीक जैसे घटनाएं रोकी जा सकती हैं.
एनटीए ने कहा-परीक्षा पैटर्न में बदलावों पर किया जा रहा विचार
आरटीआइ कार्यकर्ता डॉ विवेक पांडेय ने इस संबंध में आरटीआइ फाइल की थी. डॉ पांडेय ने कहा कि एनटीए से नीट यूजी 2025 परीक्षा पैटर्न में बदलावों से जुड़ी जानकारी मांगी गयी थी. इसका जवाब देते हुए एनटीए ने कहा है कि फिलहाल, नीट यूजी 2025 परीक्षा पैटर्न में संभावित बदलावों पर विचार-विमर्श किया जा रहा है. समिति के अनुसार, नीट यूजी 2025 पैटर्न में बदलाव किया जायेगा. गौरतलब है कि 2024 में एनटीए की ज्यादातर परीक्षाएं चर्चा में रहीं. नीट यूजी पेपर लीक, नीट यूजी रिजल्ट, यूजीसी नेट पेपर लीक, फिर उसको पोस्टपोन किया जाना, सीयूइटी में नकल जैसी कई गड़बड़ियों की शिकायत सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गयी. बीच में एनटीए अध्यक्ष को भी बदलना पड़ा. अब एनटीए ने 2025 की परीक्षाओं में बदलाव करने का फैसला लिया है. नीट यूजी 2025 परीक्षा पैटर्न को भी बदलने की तैयारी चल रही है.
प्रयासों की संख्या सीमित करना गलत : डॉ विवेक पांडेय
डॉ विवेक पांडेय ने कहा कि नीट यूजी में उम्र का बंधन नहीं होना चाहिए. प्रयासों की संख्या को भी सीमित रखना गलत है. वर्तमान में उम्मीदवार जितनी बार चाहें परीक्षा दे सकते हैं. अगर उम्र सीमा व अटेंप्ट पर कोई फैसला लिया जाता है, तो पूरे देश में हंगामा होगा.
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