बिहार की झांकी ने गणतंत्र दिवस पर कर्तव्य पथ पर बढ़ाई शोभा, जानें क्या रहा थीम

Republic Day 2025: गणतंत्र दिवस के मौके पर दिल्ली के कर्तव्य पथ पर बिहार की झांकी ने एक नया इतिहास रच दिया. भगवान बुद्ध की मूर्ति, बोधिवृक्ष और नालंदा विश्वविद्यालय की विरासत को प्रदर्शित करती यह झांकी शांति और ज्ञान का संदेश देती हुई राज्य के गौरव को पूरे देश के सामने प्रस्तुत करती है. डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने इसे बिहार के सांस्कृतिक गौरव का प्रतीक बताया.

By Anshuman Parashar | January 26, 2025 5:30 PM

Republic Day 2025: गणतंत्र दिवस के अवसर पर दिल्ली के कर्तव्य पथ पर बिहार की झांकी ने दर्शकों का ध्यान आकर्षित किया. इस झांकी में भगवान बुद्ध की मूर्ति को ध्यानमग्न धर्मचक्र मुद्रा में प्रदर्शित किया गया, जो शांति, अहिंसा और सद्भाव का प्रतीक है. साथ ही, बोधिवृक्ष के माध्यम से यह संदेश दिया गया कि बिहार की धरती से ज्ञान का प्रकाश पूरे विश्व में फैलता है. नालंदा विश्वविद्यालय की महानता और इसके संरक्षण के प्रयासों को भी इस झांकी में प्रमुख रूप से दिखाया गया.

बिहार के गौरव का राष्ट्रीय मंच पर प्रदर्शन

बिहार की यह झांकी राज्य के ज्ञान, शांति और सांस्कृतिक धरोहर का उत्सव मानी गई. बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए कहा, “76वें गणतंत्र दिवस पर कर्तव्य पथ पर बिहार के गौरव को प्रदर्शित करने वाली यह झांकी शांति और ज्ञान का संदेश देती है, जिसमें भगवान बुद्ध की मूर्ति और नालंदा विश्वविद्यालय की विरासत को दिखाया गया है.”

पटना में भी गणतंत्र दिवस की धूमधाम

पटना में भी गणतंत्र दिवस की धूमधाम रही. राज्यपाल आरिफ मोहम्मद ने तिरंगा फहराया और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी उनके साथ थे. इस दौरान 15 विभागों की झांकियां निकाली गई, जिनमें उद्योग विभाग की झांकी पहले स्थान पर रही, जबकि पशु एवं मत्स्य विभाग और जीविका की झांकी क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर रही। झंडोत्तोलन से पहले आईपीएस भानू प्रताप सिंह ने राज्यपाल को परेड की सलामी दी.

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सांस्कृतिक धरोहर और सामाजिक प्रगति का उत्सव

गणतंत्र दिवस के इस अवसर ने बिहार की सांस्कृतिक धरोहर और सामाजिक प्रगति को दर्शाया. यह आयोजन राज्य के विकास में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ, जो बिहार की महानता और विविधता को राष्ट्रीय स्तर पर उजागर करने का अवसर मिला.

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