बिहार के मेडिकल व इंजीनियरिंग कॉलेजों में 33 प्रतिशत सीटें लड़कियों के लिए आरक्षित रहेंगी. यह व्यवस्था 2022 से ही लागू होगी. स्टेट कोटे के तहत बिहार में एमबीबीएस की 1121 सीटें हैं. इनमें से अब 33 प्रतिशत सीटें लड़कियों के लिए आरक्षित रहेगा. अब 1121 सीटों में से करीब-करीब 373 सीटें लड़कियों के लिए आरक्षित हो गयी हैं.
जैसे पटना मेडिकल कॉलेज में स्टेट कोटे के तहत 165 सीटें हैं. इसमें से अब करीब 54 सीटों पर लड़कियों का एडमिशन होता है. 2020 सत्र में बिहार के सभी मेडिकल कॉलेजों में करीब 30 से 35 प्रतिशत सीटों पर लड़कियों का एडमिशन हुआ था. इसके साथ ही 2021 में अभी तक एडमिशन प्रक्रिया जारी है. अब तक 35 प्रतिशत सीटों पर लड़कियों का एडमिशन हो चुका है.
बिहार संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा पर्षद (बीसीइसीइबी) के ओएसडी अनिल कुमार सिन्हा ने कहा कि नये सत्र 2022 से उम्मीद है कि लड़कियों के लिए मेडिकल में 33 प्रतिशत सीटें आरक्षित हो जायेंगी. सत्र 2021 के लिए सरकार से कोई पत्र प्राप्त नहीं हुआ था. इस कारण वर्तमान में चली रही एडमिशन प्रक्रिया में लड़कियों को 33 प्रतिशत आरक्षण नहीं दिया गया है.
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नये सत्र 2022-23 से बिहार के 38 सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेजों में भी 33 प्रतिशत लड़कियों के लिए सीटें आरक्षित रहेंगी. लेकिन इंजीनियरिंग कॉलेजों में लड़कियों की संख्या काफी कम है. बिहार के इंजीनियरिंग कॉलेजों में पांच से 10 प्रतिशत सीटों पर लड़कियों का एडमिशन हुआ है.
लड़कियों के लिए 33 प्रतिशत सीटें आरक्षित रहने से बिहार के इंजीनियरिंग कॉलेजों में लड़कियों की संख्या में बढ़ोतरी होगी. करीब 40 प्रतिशत से अधिक सीटों पर लड़कियों का एडमिशन होगा. अभी बिहार के इंजीनियरिंग कॉलेजों में 9,365 सीटें हैं.
POSTED BY: Thakur Shaktilochan