प्रतिनिधि, फुलवारीशरीफ : फुलवारीशरीफ के प्रकाश नगर में रहने वाले एक रिटायर्ड डीएसपी ने दारोगा, सिपाही, नाइट गार्ड की नौकरी लगाने के नाम विभिन्न लोगों से 59.50 लाख रुपये ठग लिये. नौकरी नहीं लगने पर जब लोगाें ने अपने रुपये मांगे, तो वह झूठे केस में फंसा देने की धमकी देने लगे. थक हार कर पीड़ितों ने फुलवारीशरीफ थाने में मामला दर्ज कराया है. पीड़ित कवि कुमार ने बताया कि मैं रामपुर बारा, पाली, जहानाबाद का रहने वाला हूं. यहां रामकृष्ण नगर में किराये के मकान में रहकर प्रतियोगिता परीक्षा की तैयार करता हूं. घर का खर्च चलाने के लिए रात में ऑटो चलाता हूं. एक दिन रात में पटना जंक्शन पर मेरे ऑटो से रांची से पटना आने वाले एक व्यक्ति सवार हुए और कहा कि फुलवारीशरीफ जाना है. मैं उन्हें लेकर उनके घर आया. उतरने के बाद उन्होंने कहा कि मेरा नाम रामानंद राम है और मैं डीएसपी हूं. अगर तुमको दारोगा, सिपाही की नौकरी करनी होगी, तो आना, हम लगा देंगे. दूसरे दिन कवि उनके घर पहुंचा, तो उन्होंने कहा कि दारोगा, सिपाही और नाइट गार्ड में नौकरी लग जायेगी. यह मेरे हाथ में है. मगर इसके लिए रुपये लगेंगे. दारोगा के लिए 20 से 25 लाख की मांग की गयी. कवि ने कहा कि इतने रुपये उसके पास नहीं हैं, तब उन्होंने कहा कि तुम कुछ लोगों को लाओ, हम तुम्हारा उसी में कर देंगे. कवि ने कई लोगों से उनको मिलाया और 59.50 लाख रुपये उनको दारोगा, सिपाही और नाइट गार्ड में नौकरी लगाने के लिए दे दिये. जब इन लोगों की नौकरी नहीं लगी, तब सभी उनसे रुपये की मांग करने लगे, तब वह सब को झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी देने लगे. पीड़ित को जब लगा कि वह ठगी का शिकार हो गये हैं, तब उन्होंने थानाे में रिटायर्ड डीएसपी रामानंद राम के खिलाफ मामला दर्ज कराया है. पुलिस ने जांच में पाया कि रिटायर्ड डीएसपी ने 59.50 लाख रुपये नौकरी के नाम पर लिये थे.
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