– श्रम संसाधन विभाग की समीक्षा संवाददाता, पटना श्रम संसाधन विभाग ने रोजगार मेले में नौकरी पाने वाले युवाओं के साथ किसी तरह की धोखाधड़ी नहीं हो.इसको लेकर विभाग ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिया है. इसके बाद ऐसे किसी भी एजेंसी व कंपनी की संबंद्धता श्रम विभाग से रद्द हो जायेगी, जो रोजगार मेले में युवाओं को नौकरी देने के बाद उन्हें बाद में पैसा कम देते हैं और काम अधिक करवाते हैं. अब नियोजन मेला में नीतिगत बदलाव करके ऐसी कंपनियों को रोजगार मेला में आमंत्रित नहीं किया जायेगा, ताकि युवाओं का दूसरे राज्यों में शोषण नहीं हो सके. श्रम विभाग तक पहुंची शिकायत रोजगार मेला में पिछले कुछेक वर्षों से नौकरी पाने वाले युवाओं की ओर से कई शिकायत विभाग तक पहुंची है. इसमें सबसे अधिक इन शिकायतों को दर्ज किया गया है, जिसमें युवाओं को तय वेतन से कम राशि का भुगतान किया जा रहा है. इस कारण सैकड़ों ने काम भी छोड़ा है. नियमों में किया जा रहा बदलाव , नौकरी पाने वालों से लिया जायेगा फीडबैक विभाग ने रोजगार सह नियोजन मेला या जॉब फेयर के तहत नौकरी पाने वालों का डेटा तैयार किया है.अब इन लोगों से पूछा जायेगा कि वे अभी नौकरी कर रहे हैं या नहीं. सभी रोजगार पाने वालों से मिले फीडबैक के आधार पर विभाग निकट भविष्य में लगने वाले रोजगार मेले में नीतिगत बदलाव करेगा. यह निर्णय भी युवाओं के धोखाधड़ी कम करने की नियत से लिया गया है. वहीं, विभाग को कई स्रोतों से लगातार शिकायत मिल रही थी कि नियोजन मेले में जिन लोगों को रोजगार मिला है,कंपनियों ने उनमें से कई को बाहर कर दिया है.विभाग के पास कोई वैधानिक आंकड़ा नहीं होने के कारण उस पर कोई कार्रवाई नहीं हो पा रही थी, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा. ऐसी सभी कंपनियों पर तुरंत ही कार्रवाई होगी.
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