बिहार में शराब और बालू माफियाओं की बढ़ी टेंशन, फरार अपराधियों की सूचना देने पर मिलेगा इनाम

बिहार में फरार अपराधियों की गिरफ्तारी या सूचना देने पर दी जाने वाली पुरस्कार राशि के स्वरूप एवं राशि में बदलाव किया गया है. अब शराब और बालू माफियाओं की जानकारी देने वालों को भी इनाम दिया जाएगा.

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 11, 2023 5:30 AM
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बिहार के बालू व शराब माफियाओं की टेंशन अब बढ़ने वाली है. राज्य सरकार अब फरार व कुख्यात अपराधियों, उग्रवादियों के साथ ही वांटेड शराब और बालू माफियाओं की गिरफ्तारी पर लाखों रुपये का इनाम देगी. यह राशि गिरफ्तार करने वाले पुलिसकर्मियों के साथ सूचना दे कर इसमें मदद करने वाले आम लोगों को भी दी जायेगी. सांप्रदायिक तनाव एवं विधि-व्यवस्था भंग करने के प्रयास की सूचना देने पर भी इनाम दिया जायेगा. पुलिस मुख्यालय के प्रस्ताव पर गृह विभाग ने नयी पुरस्कार नीति से जुड़ा पत्र मंगलवार को जारी कर दिया. इसे तत्काल प्रभाव से लागू किया गया है.

बिहार पुलिस मुख्यालय ने सरकार को भेजा था प्रस्ताव

गृह विभाग द्वारा जारी पत्र में कहा गया है कि हाल के वर्षों में बालू माफिया गिरोह एवं अवैध शराब के कारोबार में शामिल संगठित गिरोह के कारण विधि-व्यवस्था प्रभावित हो रही है. इसके अलावा इंटरनेट मीडिया, साइबर अपराध के कारण भी अपराध की प्रकृति एवं स्वरूप बदला है. बिहार पुलिस मुख्यालय ने 25 अगस्त 2023 को ही सरकार को एक प्रस्ताव दिया था. जिसके तहत फरार अपराधियों, उग्रवादियों को गिरफ्तार करने एवं सूचना देने पर पुरस्कार की धनराशि एवं पुरस्कार दिए जाने की व्यवस्था में परिवर्तन करने की मांग की गई थी. नए प्रस्ताव में बालू, शराब माफियाओं के अलावा कई अन्य बिंदुओं को चिह्नित किया गया था. पुलिस मुख्यालय के इस प्रस्ताव को सरकार ने स्वीकृत कर लिया है.

पहले भी दी जाती थी पुरस्कार राशि

दरअसल, फरार अपराधियों की गिरफ्तारी या सूचना देने पर पहले भी पुरस्कार राशि का प्रावधान था, मगर इसके स्वरूप एवं राशि में बदलाव किया है. पहले पुलिस मुख्यालय एक बार में 100 फरार अपराधियों पर ही पुरस्कार की घोषणा कर सकता था, जिसकी संख्या बढ़ाकर 300 कर दी गयी है.

डीजीपी के स्तर पर तीन लाख रुपये तक का मिलेगा पुरस्कार

तीन लाख रुपये तक पुरस्कार राशि डीजीपी के स्तर से घोषित की जा सकेगी. इससे अधिक पुरस्कार राशि होने पर डीजीपी की अनुशंसा पर गृह विभाग के सचिव, प्रधान सचिव या अपर मुख्य सचिव इसकी घोषणा करेंगे. एक लाख तक इनाम एडीजी अभियान, 50 हजार तक इनाम क्षेत्रीय डीआइजी व आइजी और 25 हजार तक पुरस्कार राशि एसएसपी या एसपी दे सकेंगे. एक लाख से अधिक पुरस्कार राशि होने पर एडीजी विधि-व्यवस्था की अध्यक्षता में गठित समिति इनाम पर विचार करेगी. एक से अधिक व्यक्तियों के हकदार होने पर पुरस्कार राशि समान रूप से बांट दी जायेगी. इनाम की राशि सीधे संबंधित के बैंक खाते में हस्तांतरित की जायेगी.

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इसके लिए मिलेगा पुरस्कार

प्रतिबंधित उग्रवादी, सात से अधिक सजा वाले या दो कांडों में वांछित अपराधी, महिलाआं एवं बच्चों के विरुद्ध कांड करने वाले वांछित अपराधी, हाइकोर्ट व सुप्रीम कोर्ट में चल रहे कांडों में फरार अपराधी, बालू के अवैध खनन या अवैध शराब के कारोबार में शामिल वांछित अपराधी, सांप्रदायिक तनाव या विधि-व्यवस्था भंग करने की सूचना पर, सनसनीखेज कांडों के उद्भेदन करने या सूचना एवं सहयोग करने पर, गुमशुदा व्यक्तियों के बरामद करने में सहयोग आदि.

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गिरफ्तारी में तेजी आने की उम्मीद :एडीजी

पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार ने इस संबंध में बताया कि नयी पुरस्कार नीति से अपराधियों को पकड़ने में मदद करने वाले पुलिसकर्मियों के साथ सहयोग करने वाले आम लोगों का भी मनोबल बढ़ेगा. वांछित अपराधियों की गिरफ्तारी में भी और तेजी आने की उम्मीद है.

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