अनुपम कुमार, पटना दो करोड़ की लागत से मानिकचंद तालाब में रिवर बेड बनेगा. इसमें फव्वारा लगेगा और इसकी सफाई और सौंदर्यीकरण होगी. इसके लिए एस्टीमेट बना कर सशक्त स्थायी समिति को दिया जा चुका है और अगली बैठक में इस पर विचार कर इसे स्वीकृति देने पर सहमति मिल चुकी है. नगर आयुक्त अनिमेष कुमार पराशर ने भी बीते मंगलवार को हुए निगम बोर्ड की बैठक में स्थानीय पार्षद (वार्ड 10) गीता देवी द्वारा मामले को उठाने पर चर्चा के दौरान इसे जल्द स्वीकृति देने की बात कही थी. मानिकचंद तालाब 92 मीटर लंबा और 82 मीटर चौड़ा है जिसमें सतह की सफाई लंबे समय से नहीं होने के कारण पानी के अंदर कीचड़ हो गया है जिससे पूरे तालाब का पानी काफी गंदा दिखता है. इसके तल में कई जगह दलदल भी हो गया है जो तालाब में नहाने या छठ पर्व जैसे अवसरों पर नीचे उतरने वाले लोगों को परेशान करता है. तालाब के चारों ओर 40 फीटो का ईंट निर्मित पक्का घाट है. लंबे समय से मरम्मत नहीं होने के कारण यह भी कई जगहों से टूट चुका है . स्थानीय पार्षद के पति सुनील कुमार ने बताया कि तालाब के जीर्णोद्धार के अंतर्गत सबसे पहले इसके गंदले पानी को पंप लगाकर निकाल दिया जायेगा. इसके बाद इसके तल के कीचड़मय और दलदली मिट्टी को काटकर निकाला जायेगा. उसके बाद यहां पत्थर के टुकड़ों को जाली में लपेटकर रिवर बेड बनाया जायेगा ताकि पूरा तल एक की लेवल का हो जाये .इसके बाद इसको पूरी तरह समतल बनाने के लिए इसके ऊपर गंगा बालू की परत बिछायी जायेगी. उसके बाद इसमें पानी भरने के लिए एक समरसेबल बोरिंग लगाया जायेगा और उससे साफ जल भरा जायेगा. पानी के बीच इसके सौँदर्यीकरण के लिए एक फव्वारा लगाने की भी योजना है . इसके साथ ही घाट के टूटे हिस्सों की मरम्मत की जायेगी और घिसी सीढ़ियों के स्थान पर नयी सीढ़ियों का निर्माण कराया जायेगा. इसके साथ साथ घाट के साैंदर्यीकरण के लिए वहां टाइल्स भी लगाये जायेंगे. घाट किनारे चार चेंजिंग रूम और टायलेट भी बनाये जायेंगे. तालाब में बोटिंग की सुविधा भी होगी और इसके लिए चार बोट लाये जायेंगे. इसके साथ ही बच्चों के खेलने के लिए यहां घाट किनारे झूले भी लगाये जायेंगे.
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