संवाददाता, पटना जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा है कि राजद और कांग्रेस पार्टी आरक्षण को घटाने और विरासत में मिली संपत्ति पर टैक्स लगाने की तैयारी में है. सत्ता से बेदखल किये जाने से राजद-कांग्रेस दोनों के युवराज अब इतने बेचैन हो गये हैं कि अब यह जनता से बदला लेने की तैयारी में हैं. वह जान लें कि 14 करोड़ बिहारी मर-मिट जायेंगे, लेकिन आरक्षण घटाने और पुरखों की संपत्ति पर टैक्स लगाने के उनके मंसूबों को कभी कामयाब नहीं होने देंगे. राजीव रंजन ने यह बातें रविवार को संवाददाता सम्मेलन में कहीं. राजीव रंजन ने कहा कि एक तरफ कांग्रेस के युवराज जहां लोगों की विरासत में मिली संपत्ति पर टैक्स लगाने के फिराक में हैं वहीं, दूसरी तरफ राजद के युवराज नीतीश सरकार द्वारा दिए गये 75 फीसदी आरक्षण को घटाने संबंधी बयान दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि कर्पूरी ठाकुर के समय केवल दलित समाज को आरक्षण मिला करता था. कर्पूरी ठाकुर ने पिछड़े-अतिपिछड़े समाज की गरीबी को समझा और पहली बार उन्हें आरक्षण देने का क्रांतिकारी काम किया. उस समय उन्होंने पिछड़े समाज को आठ फीसदी और अतिपिछड़े समाज को 12 फीसदी का आरक्षण दिया था. बाद में कांग्रेस और राजद की सरकारें आयीं, लेकिन उन्होंने न तो किसी नये वर्ग को आरक्षण दिया और न ही दलितों-पिछड़ों-अतिपिछड़ों के आरक्षण को बढ़ाया. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के राज में दलितों-पिछड़े व अतिपिछड़े वर्ग का हुआ यह सशक्तीकरण तेजस्वी को रास नहीं आ रहा. इसीलिए यह कर्पूरी ठाकुर के जमाने वाला आरक्षण लागू कर के नीतीश सरकार में बढ़े आरक्षण को कम करने की बात कह रहे हैं. वास्तव में यह फिर से अपने जंगलराज वाला वातावरण लाना चाहते हैं.
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