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Bihar: राजद-कांग्रेस चुनावी मैदान में अलग, लेकिन गठबंधन में नहीं चाहती रार, पार्टी आलाकमान का निर्देश

राजद और कांग्रेस एक दूसरे से अपनी कड़वाहट दूर करने में अब जुटी हुई है. विवाद पनपाने वाले बयानों से दूर रहने का निर्देश आलाकमान ने दिये हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 17, 2022 2:24 PM

बिहार में महागठबंधन से कांग्रेस अलग है या फिर एकसाथ है. यह सवाल लगातार सियासी गलियारे से उठता रहा है. विधानसभा उपचुनाव के दौरान कांग्रेस-राजद में बढ़ी तल्खी के बाद दोनों दलों के नेताओं की तरफ से विरोधाभाषी बयान लगातार सामने आते रहे हैं. लेकिन अब इसपर धीरे-धीरे विराम लगने लगा है. ऐसा बताया जा रहा है कि दोनों दलों के आलाकमान ने अब अपनी पार्टी के प्रवक्ताओं व पदाधिकारियों को निर्देश दिये हैं.

बिहार में विधानसभा का उपचुनाव हुआ तो सीट शेयरिंग को लेकर कांग्रेस- राजद में तलवार खिंच गयी. दोनों दलों ने अपने-अपने प्रत्याशी मैदान में उतार दिये. वहीं राजद और कांग्रेस के तरफ से एक दूसरे पर बयानों के भी तीर खूब चले. अभी मामला ठंडा ही हो रहा था कि विधान परिषद चुनाव ने फिर इस विवाद को बढ़ा दिया. राजद ने कांग्रेस को एक भी सीट ना देते हुए वामदल के साथ प्रत्याशी मैदान में उतार दिये. कांग्रेस से गठबंधन को लेकर लालू यादव ने साफ कर दिया था कि केंद्र में राजद उन्हें समर्थन दे रही है.

कांग्रेस के मजबूत सुत्रों की मानें तो अब दिल्ली से आलाकमान का यह निर्देश आया है कि बिहार में गठबंधन को लेकर किसी भी तरीके की गलत बयानबाजी नहीं हो. एमएलसी चुनाव में साथ नहीं होने के बाद भी महागठबंधन के साथ रहकर व साथी दलों के साथ मधुर संबंधों के साथ आगे बढ़ने का निर्देश दिया गया है. वहीं बात राजद की करें तो आरजेडी भी पिछले दिनों से कांग्रेस के खिलाफ बोलने से बचती नजर आई है.

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राजद ने जब 21 सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा की तो प्रेस कांफ्रेंस में पार्टी के बिहार प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने एक सवाल का जवाब देते हुए यह साफ कहा कि कांग्रेस का साथ नहीं छूटा है. दिल्ली में अगर किसी को सरकार बनाने के लिए सोचना है तो राज्य में साथ बढ़ना होगा. जगदानंद सिंह इस दौरान कांग्रेस पर बोलने से इस कदर बच रहे थे कि ये तक कह दिया कि कांग्रेस भी एमएलसी चुनाव में साथ है और उनकी सूची तैयार नहीं है अभी तक इसलिये उम्मीदवारों की ये लिस्ट सर्वसम्मति से जारी की गयी है.

बता दें कि हाल में ही लालू यादव व तेजस्वी यादव ने भी कांग्रेस की भूमिका पर बोलते हुए तारीफ की थी. फिलहाल दोनों दलों की गतिविधि को देखते हुए यह कहना गलत नहीं होगा कि शायद दोनों दल चुनाव में सीटों पर बिना समझौता किये अपने-अपने तरीके से भले ही बढ़ना चाहती हो लेकिन किसी भी तरह के विवाद और बयानबाजी से खुद को अलग रखना चाहती है ताकि केंद्र की मोदी सरकार से लड़ाई में यह मददगार साबित हो.

POSTED BY: Thakur Shaktilochan

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