बिहार की सियासत 5 जुलाई को गरमाने की आहट है. तेजस्वी यादव करीब दो महीने के बाद दिल्ली से पटना लौट चुके हैं. जिसके बाद राजद की सक्रियता भी तेज हो चुकी है. सियासी बयानबाजी लगातार तेज है. वहीं राजद 5 जुलाई को रजत जयंती समारोह मनाने की तैयारी में है. जिसे लेकर पार्टी के विधायकों और विधायक उम्मीदवारों की बैठक बुलाई गई. बैठक में तेजस्वी ने अपने विधायकों को आश्वासन दिया और इशारे में ही बिहार में सरकार बनाने का संदेश भी दिया है.
तेजस्वी ने सोमवार को पार्टी के एमएलए, एमएलसी और विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार रहे चेहरों की बैठक बुलाई. बैठक पूर्व सीएम राबड़ी देवी के सरकारी आवास 10 सर्कुलर में हुई. जिसमें प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह सहित सभी वरिष्ठ नेता भी मौजूद रहे. पांच जुलाई को पार्टी के स्थापना दिवस पर होने वाले कार्यक्रमों की रणनीति राजद ने तैयार की. इस दौरान यह फैसला लिया गया कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए जारी गाइडलाइन्स का पालन करते हुए राजद अपने 25वां स्थापना दिवस समारोह वर्चुअल तरीके से मनाएगी. जिसमें आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव भी दिल्ली से जुड़ेगे.
वहीं इस बैठक में पार्टी के स्थापना दिवस की तैयारी के साथ ही तेजस्वी ने सियासी राग भी छेड़ा. इस दौरान उन्होंने अपने विधायकों को तैयार रहने की बात कही. तेजस्वी ने कहा कि ये बिहार है, यहां चार साल में चार सरकारें बन सकती है तो कुछ भी हो सकता है. राजनीति में हर चीज संभव है.उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं से कहा कि आपलोग जनता के बीच मुस्तैदी से खड़े रहिये.आनेवाला समय और आनेवाला कल आपका ही होगा. बता दें कि शुक्रवार को तेजस्वी ने कहा था कि अगले तीन महीने में सरकार गिर जाएगी.
बता दें कि तेजस्वी के दिल्ली से लौटने के बाद सरकार बनाने और गिराने को लेकर बयानबाजी लगातार जारी है. एक तरफ जहां तेजस्वी सहित कई राजद नेता सरकार गिराने की बात कर रहे हैं तो वहीं भाजपा इसे मुंगेरी लाल के हसीन सपने बता रही है. जदयू के नेता उपेंद्र कुशवाहा ने राजद के कई नेताओं से संपर्क में होने का भी दावा किया है. वहीं सीएम नीतीश कुमार ने स्पस्ट किया है कि एनडीए में सब सही है और आराम से सरकार चलेगी.
Posted By: Thakur Shaktilochan