सियासी घमासान में उलझी रही जदयू और राजद, उधर कांग्रेस ने जाप, लोजपा और JDU के कई नेताओं की अपनी पार्टी में करायी एंट्री
बिहार में नयी सरकार बनने के बाद से अभी भी सियासी घमासान जारी है. विपक्ष का नेतृत्व कर रही राजद और सत्ता दल की दो मुख्य पार्टी भाजपा और जदयू कई मुद्दों को लेकर लगातार आमने-सामने हैं. एक तरफ जहां दोनों गठबंधन की मुख्य पार्टियां आपस में सियासी तीर छोड़ रही हैं वहीं इस बीच सूबे में कमजोर होने का आरोप झेल रही कांग्रेस ने कई दलों के नेताओं को अपनी पार्टी में शामिल करा लिया है. जिसके बाद अब फिर से कांग्रेस की तरफ सबकी निगाहें लगी हुइ है.
बिहार में नयी सरकार बनने के बाद से अभी भी सियासी घमासान जारी है. विपक्ष का नेतृत्व कर रही राजद और सत्ता दल की दो मुख्य पार्टी भाजपा और जदयू कई मुद्दों को लेकर लगातार आमने-सामने हैं. एक तरफ जहां दोनों गठबंधन की मुख्य पार्टियां आपस में सियासी तीर छोड़ रही हैं वहीं इस बीच सूबे में कमजोर होने का आरोप झेल रही कांग्रेस ने कई दलों के नेताओं को अपनी पार्टी में शामिल करा लिया है. जिसके बाद अब फिर से कांग्रेस की तरफ सबकी निगाहें लगी हुइ है.
बिहार चुनाव में बड़ी पराजय का मुंह देखी कांग्रेस के तरफ सूबे के नेताओं का आकर्षण अभी भी जारी है. इसका ताजा परिणाम रविवार को देखने को मिला जब पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में कई दलों के नेताओं ने अपनी पार्टी से बगावत कर कांग्रेस का दामन थामा. कांग्रेस की सदस्यता लेने वालों में जदयू और लोजपा के अलावा पप्पू यादव की जन अधिकार पार्टी के भी नेता शामिल थे.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, रविवार को कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ मदन मोहन झा की मौजूदगी में जाप नेता अविनाश, अरविंद रजक, जदयू के पूर्व राज्य परिषद सदस्य अमित झा, जाप के पूर्व प्रदेश सचिव राणा अमित सिंह, पूर्व जिला महासचिव विजय झा, लोजपा नेता गौरव झा, बॉबी कुमार, बौआकांत झा एवं कुछ अन्य दलों के नेताओं ने कांग्रेस की सदस्यता ली.
वहीं पार्टी में नए नेताओं के आगमन से कांग्रेस आशांवित है. मदन मोहन झा ने मीडिया से कहा कि इन नेताओं के आने से पार्टी और मजबूत होगी. उन्होंने इस दौरान सत्ता पक्ष के दलों पर प्रहार भी किया और कहा कि भाजपा-जदयू सरकार की नीतियों से आम आवाम से लेकर उनकी पार्टी के नेता तक परेशान हैं.वो विकल्प की तालाश कर रहे हैं.
Posted By: Thakur Shaktilochan