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सीएम नीतीश के जनता दरबार कार्यक्रम पर सियासत तेज, राजद और कांग्रेस ने साधा निशाना, बोले तेजस्वी…

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पांच साल बाद सोमवार को जनता दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम फिर शुरू किया. इस दौरान सीएम ने 146 लोगों के फरियाद को सुना. शिकायतों पर सीएम नीतीश कुमार बेहद तल्ख दिखे. कई शिकायतों पर उन्होंने खुद अधिकारियों व मंत्रियों को इंटरकाम के जरिये फोन लगाकर बात की. उन्होंने सारी समस्याओं का जल्द निवारण करने का निर्देश दिया. वहीं कई शिकायतों से सीएम हैरान भी हुए. इस जनता दरबार की एक तरफ जहां बड़ाई हो रही है तो दूसरी तरफ विपक्ष इसे लेकर हमलावर भी है. कांग्रेस व राजद ने इस कार्यक्रम पर निशाना साधा है. वहीं नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश कुमार के उपर हमला बोला है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 13, 2021 7:07 AM
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बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पांच साल बाद सोमवार को जनता दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम फिर शुरू किया. इस दौरान सीएम ने 146 लोगों के फरियाद को सुना. शिकायतों पर सीएम नीतीश कुमार बेहद तल्ख दिखे. कई शिकायतों पर उन्होंने खुद अधिकारियों व मंत्रियों को इंटरकाम के जरिये फोन लगाकर बात की. उन्होंने सारी समस्याओं का जल्द निवारण करने का निर्देश दिया. वहीं कई शिकायतों से सीएम हैरान भी हुए. इस जनता दरबार की एक तरफ जहां बड़ाई हो रही है तो दूसरी तरफ विपक्ष इसे लेकर हमलावर भी है. कांग्रेस व राजद ने इस कार्यक्रम पर निशाना साधा है. वहीं नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश कुमार के उपर हमला बोला है.

तेजस्वी यादव ने बोला हमला 

सीएम के जनता दरबार कार्यक्रम पर विपक्ष ने निशाना साधा है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव सोमवार को दिल्ली से पटना लौटे. जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम पर हमला बोलते हुए राजद नेता ने 13 करोड़ की आबादी वाले राज्य में सप्ताह में 200 लोगों से मिलने के फैसले को गलत बताया.उन्होंने कहा कि इस तरह कितने लोगों फायदा होगा?. तेजस्वी ने कहा कि हम पटना में रोज 200 लोगों से मिलते हैं. जबकि इस बार जिलों से लोगों को अधिकारियों के साथ आने की व्यवस्था की गई है. उन अधिकारियों के पटना में ठहरने, खाने और आने-जाने का खर्च सरकारी खजाने पर बोझ बनेगा. तेजस्वी ने इस कार्यक्रम को दिखावा करार दिया.

कांग्रेस ने भी कार्यक्रम पर सवाल उठाए

वहीं कांग्रेस ने भी जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम पर सवाल उठाए हैं. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कांग्रेस ने मांग की है कि 2005 से लेकर 2015 के बीच लगातार लगे जनता दरबार में कितने लोगों को न्याय मिला, उसे सार्वजनिक करना चाहिए. वहीं मीडिया प्रभारी राजेश राठौर ने कहा कि फरियादी अपनी फरियाद लेकर आ जाते हैं लेकिन इसका फायदा नहीं मिलता है. उन्होंने कहा कि सीएम को जनता के बीच उनके दरबार में जाना चाहिए.

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जदयू ने तेजस्वी को जनता दरबार कार्यक्रम देखने की दी सलाह 

वहीं जदयू के प्रदेश उपाध्यक्ष संजय सिंह ने तेजस्वी यादव को सकारात्मक राजनीति करने की सलाह दे दी. उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश कुमार जनता से सीधा संवाद करते हैं. आम लोगों की पीड़ा को सुनकर उसका निराकरण करना उनकी कार्यशैली है. संजय सिंह ने तेजस्वी को सलाह देते हुए कहा कि वो जनता दरबार कार्यक्रम का सीधा प्रसारण घर बैठकर देखें और शासन का अनुभव ग्रहण करें.

POSTED BY: Thakur Shaktilochan

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