Bihar News: बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने नवादा जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र में दलितों पर किए गए हमले को लेकर शुक्रवार को कहा कि नवादा में दलितों पर हमला करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा. इस भयावह घटना के पीछे राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के लोगों की संलिप्तता के सुराग मिल रहे हैं और वही लोग दलितों को डराने और अपमानित करने में लगे हैं. डिप्टी सीएम चौधरी ने कहा कि नवादा की घटना के बाद बिहार पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की है. 28 लोगों पर एफआईआर दर्ज की और 15 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. मुख्य आरोपी नंदू पासवान भी गिरफ्तार किया जा चुका है. बाकि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापामारी जारी है. राजद दबंगों और अपराधियों को संरक्षण देकर राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगाड़ने की जो साजिश कर रहा है, वह कभी सफल नहीं होगी.
घटना को लेकर राजनीति शुरू
बता दें कि बिहार के नवादा जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र में महादलित टोला में बुधवार को पास के ही गांव के कुछ बदमाश लोगों ने अचानक फायरिंग शुरू कर दी और घरों में आग लगा दी. देखते-देखते महादलितों का पूरा गांव राख में तब्दील हो गया. कई सौ लोग बेघर हो गए. अब इस घटना को लेकर राजनीति शुरू हो गई है. लालू यादव, तेजस्वी यादव, मुकेश सहनी, राहुल गांधी एक ओर जहां इस घटना को बिहार सरकार की विफलता बता रहे हैं तो दूसरी ओर एनडीए घटक दल के नेताओं ने इस घटना के पीछे राजद के लोगों को जिम्मेदार बताया है.
जीतन राम मांझी ने भी राजद को बताया था जिम्मेदार
सम्राट चौधरी के पहले केंद्रीय मंत्री, बिहार के पूर्व सीएम और हम पार्टी के प्रमुख और जीतन राम मांझी ने भी इस घटना के पीछे राजद का हाथ होने का आरोप लगाया था. उन्होंने कहा था कि राज्य में यादव समुदाय के लोगों पर दलितों की जमीन पर जबरन कब्जा करने का आरोप लगाया और दावा किया कि इस समुदाय ने उस जगह रहने वाले पासवान समुदाय के लोगों को भड़का कर घटना को अंजाम दिया है।
तेजस्वी यादव ने दी थी प्रतिक्रिया
इस भयावह घटना पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी ने X पर लिखा था,”महा जंगलराज! महा दानवराज! महा राक्षसराज! नवादा में दलितों के 100 से अधिक घरों में लगायी आग। नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार के राज में बिहार में आग ही आग। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बेफिक्र, एनडीए के सहयोगी दल बेखबर! गरीब जले, मरे इन्हें क्या? दलितों पर अत्याचार बर्दाश्त नहीं होगा।”
नवादा प्रशासन का रिकॉर्ड क्या कहता है
नवादा प्रशासन के रिकॉर्ड के अनुसार, जिस जमीन को लेकर विवाद हुआ उस जमीन का मालिक रमजान मियां है. लेकिन, इस बस्ती में रहने वाले दलित लोग इसे बिहार सरकार की जमीन बताकर यहाँ रहते हैं. कई लोग तो इस जमीन पर अपना मालिकाना हक़ तक जताते है. इस जमीन का मामला वर्ष 1995 से ही कोर्ट में चल रहा है और कई बार झड़पें हो चुकी हैं.
इसे भी पढ़ें : वर्ल्ड क्लास बनेंगे बिहार के तीन और रेलवे स्टेशन, मिलेगी फर्स्ट क्लास सुविधा, ललन सिंह ने दी खुशखबरी
Shivdeep Lande ने लोगों से की भावुक अपील, बोले – कृपया मेरा नाम किसी दल से न जोड़ें