जातिगत जनगणना को लेकर बिहार की सियासत गरमायी हुई है. मुख्य विपक्षी दल राजद आज सभी जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन कर रही है. सूबे के अलग-अलग जगहों से विरोध प्रदर्शन की अलग-अलग तसवीरें सामने आ रही है. आरजेडी सरकार को जाति आधारित जनगणना समेत कई मुद्दों पर घेरने सड़क पर उतरी है.
बिहार में मानसून ने भले ही मौसम को सुहाना बनाया है लेकिन आज सियासी तापमान गर्म है. राजद आज मंडल कमीशन की सिफारिशें लागू होने की तिथि पर राज्य के सभी जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन कर रही है. जातिगत जनगणना कराने, आरक्षित कोटे से बैकलाग के रिक्त पदों को भरने, मंडल आयोग की बाकी अनुशंसाएं को भी लागू करने की मांगों को लेकर राजद सड़क पर उतरी है.
#जातिवार_जनगणना के लिए @RJDforIndia देश के सभी पिछड़ा वर्ग के भाइयों के साथ मुस्तैद है, सजग है!
पटना स्थित राजद प्रदेश कार्यालय से विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करते राजद प्रदेश अध्यक्ष श्री जगदानंद सिंह जी। साथ दे रहे हैं हज़ारों जुझारू कार्यकर्ता व नेतागण! pic.twitter.com/OPKliJY5Ye
— RJD Patna (@patna_RJD) August 7, 2021
सिवान राजद के प्रभारी रियाजुल हक के नेतृत्व में सिवान ज़िला मुख्यालय में प्रदर्शन किया गया. विभिन्न मांगों के पक्ष में आरजेडी कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन हुआ. पटना स्थित राजद प्रदेश कार्यालय से विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व राजद प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने किया. वहीं कई जिलों से प्रदर्शन की तसवीरें सामने आयी है.
दरअसल, बिहार की सियासत जाति आधारित जनगणना को लेकर गरमायी हुई है. इस मुद्दे को विपक्ष ने सरकार को घेरने के लिए हथियार बनाया है. मामले ने तूल तब पकड़ा जब केंद्र सरकार के मंत्री नित्यानंद राय ने सदन में बताया कि सरकार इस बार जातिगत जनगणना के तहत केवल एससी-एसटी की संख्या गिनती करायेगी.
केंद्रीय मंत्री के इस बयान के बाद ही सियासी तीर चलने शुरू हो गये. विपक्षी दलों ने इसे मुद्दा बनाकर सरकार पर निशाना साधना शुरू कर दिया. वहीं बिहार में एनडीए के अंदर भी इसे लेकर दोमत है. जदयू व जीतन राम मांझी की पार्टी हम भी जातिगत जनगणना की मांग कर रही है.
POSTED BY: Thakur Shaktilochan