विधानसभा चुनाव में राजद 10 सीटों के अंदर सिमट जायेगा : श्रवण कुमार
राजद नेताओं की अमर्यादित भाषा उनकी हताशा को उजागर करती है: श्रवण
राजद नेताओं की अमर्यादित भाषा उनकी हताशा को उजागर करती है: श्रवण संवाददाता, पटना ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने बुधवार को कहा है कि राजद नेताओं की अमर्यादित भाषा उनकी हताशा और निराशा को उजागर करती है. मंत्री श्रवण कुमार ने यह बातें बुधवार को जदयू प्रदेश मुख्यालय में आयोजित जनसुनवाई के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहीं. इस दौरान शिक्षा मंत्री सुनील कुमार और भवन निर्माण मंत्री जयंत राज मौजूद रहे. इससे पहले दोनों मंत्रियों में जनसुनवाई में पहुंचे फरियादियों की समस्याओं का समाधान किया. इस दौरान विधायक सुधांशु शेखर, पूर्व सांसद चंदेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी, प्रदेश महासचिव अरुण कुमार सिंह और पार्टी के वरीय नेता प्रो नवीन आर्या चंद्रवंशी मौजूद थे. मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि राजद की बैठक का कोई राजनीतिक असर नहीं होगा. बिहार की जनता जागरूक हो चुकी है और राजद के हर खेल को बखूबी समझती है. श्रवण कुमार ने कहा कि विधानसभा सत्र के दौरान नेता प्रतिपक्ष का नदारद रहना यह बताता है कि आम जनता के प्रति राजद कितना गंभीर है. इससे राजद का राजनीतिक ग्राफ लगातार नीचे गिर रहा है और आने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में राजद महज 10 सीटों के अंदर सिमट जायेगा. वित्तरहित स्कूलों के अनुदान के बकाये राशि का जल्द होगा भुगतान शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने बताया कि हमलोगों ने निर्णय लिया है कि वित्तरहित स्कूलों के अनुदान का बकाया राशि बहुत जल्द भुगतान किया जायेगा. उन्होंने कहा कि अगर कहीं बाढ़ या भारी जलजमाव जैसी स्थिति उत्पन्न होती है, तो संबंधित जिला अधिकारी विद्यालयों को तत्काल बंद करने का निर्णय ले सकते हैं. पटना सहित कई अन्य जिलों के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में कई स्कूलों को बंद भी किया गया है. डोमिसाइल नीति के संबंध में उन्होंने कहा कि फिलहाल इस नीति में किसी प्रकार का कोई बदलाव नहीं किया जायेगा. जातीय गणना कराना मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का आइडिया: जयंत राज भवन निर्माण मंत्री जयंत राज ने कहा कि बिहार में जातीय गणना कराना मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का आइडिया था. 15 वर्षों तक बिहार में राजद का शासन रहा, लेकिन उन्होंने कभी इसकी पहल नहीं की और आज झूठा श्रेय लेने के लिए व्याकुल हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की आभार यात्रा से आम जनता को कोई लेना-देना नहीं है और न ही इसका कोई राजनीतिक फायदा राजद को होने वाला है. राजद परिवार की पार्टी है. वहां कभी लालू प्रसाद बैठक बुलाते हैं, तो कभी तेजस्वी यादव और कभी राबड़ी देवी ,तो कभी मीसा भारती और कभी तेज प्रताप यादव बैठक बुलाते हैं.
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