– विधानसभा चुनाव से पहले ही सांगठनिक चुनाव कराने की रणनीति बना रहा राजद, लालू प्रसाद लेंगे अंतिम निर्णय
अगले साल होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव से पहले कभी भी राजद के सांगठनिक चुनाव कराया जा सकता है. राजद आलाकमान ने इसके लिए पदाधिकारियों को संकेत दिये हैं. दरअसल पार्टी आलाकमान संगठन को विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कुछ इस तरह डिजाइन करना चाहते हैं, जिसमें पूरी पार्टी अपने नेता तेजस्वी यादव के पीछे ””””ए टू जेड”””” के रूप में दिखायी दे, जिसका रणनीतिक फायदा 2025 के राज्य विधानसभा के चुनाव में राजद उठा सके.
हालांकि, पार्टी सूत्रों का कहना है कि समय से पहले सांगठनिक चुनाव कराने का अंतिम निर्णय सिंगापुर से लौटने के बाद राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद ही लेंगे. कुल मिलाकर पार्टी आलाकमान चाहता है कि चुनाव की रणनीतिक तैयारियों के लिहाज से संगठन को नये सिरे से धार दिये जाने की जरूरत है. दरअसल लोकसभा चुनाव में पार्टी के कई लोगों ने पार्टी विरोधी गतिविधियों में भाग लिया है. कई बड़े पदों के पर बैठे लोग इस्तीफा देकर दूसरे दलों में चले गये हैं. कई विभिन्न कारणों से निष्क्रिय बने हुए हैं. लिहाजा पार्टी संगठन को ताजगी देने के लिए समय से पहले चुनाव कराये जाने की रणनीति बनायी जा रही है.
राजद के वर्तमान सांगठनिक ढांचे के कार्यकाल की समयावधि अक्तूबर 2025 में खत्म होगी. पार्टी का पिछला सांगठनिक चुनाव का अंतिम चरण 9-10 अक्तूबर, 2022 में पूरा हुआ था. इस दिन दिल्ली में हुए अधिवेशन में लालू प्रसाद को सर्वसम्मति से 12 वीं बार राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया था. फिलहाल सांगठनिक चुनाव प्रक्रिया में सबसे पहले सदस्यता अभियान चलाया जायेगा. राजद के अभी तक पूरे देश में एक करोड़ से अधिक और राज्य में करीब 85 लाख से अधिक सदस्य हैं. राजद संगठन सदस्यता के लिए नया टारगेट भी नये सिरे से तय करेगा. सदस्यता अभियान के बाद प्रखंड,जिला स्तरीय, प्रदेश स्तरीय और उसके बाद राष्ट्रीय स्तर के पदाधिकारियों का निर्वाचन होगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है