बिहार के ये छह एनएच हैं जानलेवा, 2142 दुर्घटनाओं में हो चुकी हैं 1734 की मौत
Road Accident: बिहार में सड़कें बेहतर होने के कारण रफ्तार बढ़ी है. लेकिन एनएच पर सड़क सुरक्षा के लिए अब भी काफी काम बाकी हैं. इस कारण से लोग दुर्घटना से ग्रसित हो रहे हैं.
Road Accident: पटना. बिहार में छह एनएच सबसे खतरनाक साबित हो रहे है. जहां 2024 में 2142 सड़क दुर्घटनाएं हुई, जिसमें से 1734 लोगों की मौत हो गयी. परिवहन विभाग की समीक्षा रिपोर्ट के मुताबिक एनएच 31 पर 539 दुर्घटनाएं 431 की मौत हुई है. उसी तरह एनएच 28 पर 459 दुर्घटनाएं 406 मौत, एनएच 30 पर 367 दुर्घटनाएं 299 मौत, एनएच 57 पर 326 दुर्घटनाएं 297 मौत,एनएच 19 पर 268 दुर्घटनाएं 216 मौत एवं एनएच दो पर 183 दुर्घटनाएं हुई 85 लोगों की मौत हुई है.
डिवाइडर के पास अधिक हो रही हैं दुर्घटनाएं
विभागीय समीक्षा में पाया गया है कि एनएच पर सबसे अधिक सड़क दुर्घटनाएं डिवाइडर के कट और वहां साइनेज नहीं रहने के कारण हो रहे हैं. हाल के दिनों में सड़कों की लंबाई-चौड़ाई काफी बढ़ी हैं. सड़के बेहतर होने के कारण रफ्तार बढ़ी है. लेकिन एनएच पर सड़क सुरक्षा के लिए अब भी काफी काम बाकी हैं. इस कारण से लोग दुर्घटना से ग्रसित हो रहे हैं.
दुर्घटना वाले क्षेत्रों में कमियां दूर करने का निर्देश
विभाग ने सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करने के लिए सभी संबंधित विभाग को दिशा-निर्देश भेजा है, ताकि सड़कों पर दुर्घटनाएं कम से कम हो. वहीं, जहां भी सड़क सुरक्षा नियमों का पालन नहीं हो रहा है. संबंधित विभाग से इसको लेकर तुरंत पत्रचार करें और उस कमी को दूर करें.
खतरनाक सड़कों का का हो रहा आडिट
एनएचएआइ के अधीन 2649 किमी सड़कों का आडिट किया जाना है. एनएचएआइ ने अब तक 1248 किमी आडिट का काम पूरा कर लिया है. बाकी 1360 किमी एनएच का आडिट किया जा रहा है. एनएचएआइ को इस बाबत बिहार सरकार ने आवश्यक निर्देश दिया है, ताकि तय समय में सड़क सुरक्षा आडिट का काम पूरा हो जाए और हादसों का निदान हो सके. इसी तरह पथ निर्माण विभाग के अधीन 2826 किमी एनएच का आडिट होना है. इसमें से 905 किमी का आडिट हो चुका है.
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