Patna : सड़क धंसी, सैदपुर नाले में कार समेत तीन वाहन गिरे

बारिश से सैदपुर नहर नाले के पास करीब 20 मीटर सड़क धंस गयी, जिससे वहां पर खड़ी ऑटो, बाइक व कार नहर में गिर गयी. वहीं, धनरूआ के नदवां के पास बुधवार की रात निर्माणरत पटना-गया-डोभी फोरलेन के नीचे की मिट्टी धंस गयी.

By Prabhat Khabar News Desk | July 5, 2024 1:03 AM

प्रतिनिधि, पटना सिटी/मसौढ़ी : सैदपुर नहर नाले के पास करीब 20 मीटर नहर से सटी सड़क बारिश की वजह से धंस गयी. नतीजतन वहां पर खड़ी ऑटो,बाइक व कार नहर में गिर गयी. स्थानीय लोगों ने बताया कि गुरुवार की सुबह यह घटना वार्ड संख्या 48 के तहत आने वाले लोहरबा गली यादव लेन के दक्षिण में हुई है. वाहनों के नाले में गिरने से वहां पर अफरा-तफरी मच गयी. स्थानीय लोगों की भीड़ जुट गयी. नागरिकों का कहना है कि अहले सुबह यह घटना होने से बड़ा हादसा टल गयाए क्योंकि यह क्षेत्र भीड़भाड़ और आवाजाही का मार्ग है. पाटलिपुत्र नगर विकास समिति के अध्यक्ष रितेश कुमार बबलू का कहना है कि सैदपुर नहर के दक्षिण का भाग काफी जगह से खोखला हो चुका है. ऐसे में मूसलधार बारिश में ऐसी घटना की पुनरावृत्ति हो सकती है.सैदपुर नहर पर प्रस्तावित सड़क निर्माण कार्य भी बरसात की वजह से बंद कर दिया गया है. स्थानीय निवासियों का कहना है कि बरसात को देखते हुए निगम की ओर से खतरनाक स्थल को चिह्नित करते हुए घेराबंदी कराये, ताकि हादसे से बचा जा सके. हादसे के बाद जुटे आसपास के लोगों ने काफी मशक्कत के बाद नाले में गिरी बाइक, ऑटो व कार समेत अन्य वाहनों को बाहर निकाला.

नदवां के पास डोभी-पटना फोरलेन की मिट्टी धंसी

मॉनसून की पहली बारिश में ही धनरूआ के नदवां के पास बुधवार की रात निर्माणरत पटना-गया-डोभी फोरलेन (एनएच-22) के नीचे की मिट्टी धंस गयी और सड़क की ऊपरी सतह टंगा रह गया, जो कभी भी गिर सकता है. पांच फुट तक सड़क किनारे से मिट्टी भरभरा कर गिरने के बाद पानी के बहाव में बह गया है और वहां पांच फुट के दायरे में बड़ा-सा खोल बन गया है. निर्माण एजेंसी का कैंप कार्यालय पास में ही है, लेकिन वहां का किसी भी कर्मी ने इसकी सुध लेना मुनासिब नहीं समझा. बाद में नदवां के मुखिया मुखिया शंकर कुमार व अन्य ग्रामीणों ने एनएच पर पत्थर को रख घेर दिया, ताकि कोई वाहन वहां पर दुर्घटनाग्रस्त न हो. उन्होंने आरोप लगाया कि निर्माण कार्य की गुणवत्ता को लेकर कई बार आवाज उठायी गयी थी, लेकिन किसी ने नहीं सुना. पटना हाइकोर्ट के हस्तक्षेप के बाद पिछले वर्ष इसके निर्माण में तेजी आयी थी. यह फोरलेन लगभग तैयार हो गया है. इधर, एनएचएआइ का कार्यालय गया में होने से इस संबंध में किसी अधिकारी से बात नहीं हो पायी. वहीं कैंप कार्यालय में मौजूद अधिकारी का कहना है कि हम बयान देने के लिए अधिकृत नहीं है.

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