Patna News : 160 खातों में ट्रांसफर हुए थे 67 लाख रुपये, दुबई में भी हुई पैसे की निकासी
डिजिटल अरेस्ट कर एनएमसीएच से रिटायर्ड डॉक्टर अशोक सिंह से ठगे गये 74 लाख रुपये में 67 लाख रुपये 160 खातों में ट्रांसफर किये गये हैं. कुछ रुपये का ट्रांजेक्शन दुबई के इमिरेट्स बैंक की एटीएम के जरिये भी किया गया.
संवाददाता, पटना : डिजिटल अरेस्ट कर एनएमसीएच से रिटायर्ड डॉक्टर अशोक सिंह के खाते से 74 लाख रुपये की ठगी मामले में साइबर थाने की पुलिस को एक अहम जानकारी मिली है. बताता जाता है कि डॉक्टर से ठगी किये गये 74 लाख रुपये में से 67 लाख रुपये 160 खातों में ट्रांसफर किये जा चुके हैं. सात लाख 11 हजार 374 रुपये खाते में बचे थे, जिसे पुलिस द्वारा होल्ड करा दिया गया है. हैरत की बात यह है कि कुछ रुपये का ट्रांजेक्शन दुबई के इमिरेट्स बैंक की एटीएम के जरिये भी किया गया. जिन प्रमुख जगहों से रुपये निकाले गये हैं, उनमें गुजरात, पंजाब, तमिलनाडु, राजस्थान सहित अन्य कई राज्य शामिल हैं. इन जगहों से बारी-बारी से लाखों रुपये के ट्रांजेक्शन के साक्ष्य मिले हैं.
चार दिसंबर को ही निकाल लिये गये थे पैसे
डॉक्टर अशोक सिंह द्वारा थाने को दिये गये आवेदन के मुताबिक उन्हें दो दिसंबर से 6 दिसंबर तक यानी चार दिनों तक डिजिटल अरेस्ट कर के रखा गया था. इन चार दिनों में 74 लाख रुपये आरटीजीएस और चेक के माध्यम से अलग-अलग खातों में मंगाये गये थे. डिजिटल अरेस्ट की बात पता चलने के बाद डॉक्टर अशोक शाम को सीधे थाने पर शिकायत दर्ज कराने पहुंचे थे. शातिरों ने अधिकतर रुपये 4 दिसंबर को ही खाते से निकाल लिये थे. सात दिसंबर को शिकायत दर्ज करने के बाद साइबर थाने की पुलिस कार्रवाई में जुटी, तब तक काफी देर हो चुकी थी. सिर्फ सात लाख रुपये होल्ड कराने में ही पुलिस सफल हो पायी.शेयर मार्केट में इन्वेस्ट के नाम पर 30 लाख की ठगी
शेयर मार्केट में इनवेस्ट कर प्रॉफिट दिलाने के नाम पर दीघा की रहने वाली ज्योति कुमारी से 30 लाख रुपये की ठगी होने की प्राथमिकी साइबर थाने में दर्ज करायी है. मिली जानकारी के अनुसार उन्हें एक महिला का व्हाट्सएप पर कॉल आया था. कॉल करने वाली महिला ने स्टॉक में इनवेस्ट कर लाभ दिलाने का झांसा दिया. इसके बाद महिला से कई बार में 30 लाख रुपये इनवेस्ट करा दिया. बाद में जब महिला ने पैसा निकालने की बात कही तो शातिर महिला ने यह कहकर ग्रुप से हटा दिया कि उसने इनवेस्ट में मदद नहीं की, जिसके कारण उन्हें टर्मिनेट कर दिया गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है