संवाददाता, पटना राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) बिहार में बड़े स्तर पर पंचमधाम महामृत्युंजय यज्ञ का आयोजन करा रहा है. इसकी शुरुआत गणेश चतुर्थी के दिन मधेपुरा के सिंहेश्वर मंदिर से की गयी. संघ के वरिष्ठ प्रचारक और राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य इंद्रेश कुमार ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि सिंहेश्वर में कई जिलों से आयी 21 हजार कन्याओं ने कलशपूजन कर भगवान शिव के महामृत्युंजय यज्ञ की आराधना का शुभारंभ कर दिया है. यह आराधना यात्रा 150 दिनों तक बिहार के 108 प्राचीन शिव मंदिरों में चलेगी. 16 से 26 फरवरी तक पटना में प्रस्तावित महायज्ञ है, जिसकी पूर्णाहुति 26 फरवरी को महाशिवरात्रि एवं शिव बारात के रूप में होगी. जाति को कोई मिटा नहीं सकता : मॉब लिंचिंग और जाति जनगणना से जुड़े पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि जाति को कोई मिटा नहीं सकता. जातीय जनगणना से समाज के कई पहलू सामने आते हैं. हमारा देश विविधता से परिपूर्ण है, यहां अलग अलग भाषा, धर्म, जाति, खान पान, व्यवहार एवं बोली है, पर सबका एक संविधान है. उन्होंने कहा कि माॅब लिंचिंग चाहे किसी भी धर्म जाति के मानव की हो, यह निंदनीय है. गायों के वध पर भी उन्होंने निषेध की बात कही. कहा कि सभी जाति धर्म के लोग अपना आचार व्यवहार का पालन करें. साथ ही दूसरों का भी सम्मान करें. प्रेस कॉन्फ्रेंस में राष्ट्रीय कार्यकारिणी में शामिल पटना की वरिष्ठ अधिवक्ता निवेदिता निर्विकार, व्यवस्था प्रमुख शैलेश वत्स, यज्ञ संचालक आदर्श राज सोनू, कार्यकारी प्रमुख सिकंदर कुमार भी उपस्थित रहे.
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