बिहार में अब आपके गांव में ही आवासीय, जातीय और आय प्रमाण पत्र आसानी से बन सकेगा. इसके लिए हरेक पंचायत में आरटीपीएस सेंटर खुलना शुरू हो गया है. पहले इन दस्तावेजों को बनाने के लिए लोगों को ब्लॉक का चक्कर लगाना पड़ता था. पिछले दिनों आरटीपीएस सेंटर खोलने का ऐलान पंचायती राज मंत्री ने किया था.
जानकारी के अनुसार हाजीपुर के जंदाहा प्रखंड की हरप्रसाद पंचायत में लोक सेवाओं के अधिकार अधिनियम के तहत पंचायत भवन में आरटीपीएस सेवा शुरू की गयी है. पंचायत के पूर्व मुखिया सत्येंद्र नारायण सिंह ने किया. इस मौके पर वर्तमान मुखिया विनोद कुमार सहित सभी जनप्रतिनिधियों, सरकारी कर्मचारी आदि उपस्थित थे.
आरटीपीएस काउंटर खुलते ही पंचायत के लोगों को जाति, आय, आवासीय, जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र के अलावा राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ, वृद्धापेंशन, कन्या विवाह योजना, नया राशन कार्ड बनाने, राशन कार्ड (Ration Card) से नाम हटाने तथा जोड़ने से संबंधित कार्य होने लगेंगे.
वहीं मधुबनी जिले के खुटौना प्रखंड के मझौड़ा पंचायत में पंचायतराज अधिनियम के तहत लोक सेवाओं का अधिकार केंद्र पंचायत सरकार भवन में शुरू कर दी गई है. पंचायत की मुखिया नसीमा खातून ने फीता काटकर विधिवत उदघाटन किया. मिली जानकारी के अनुसार इस तरह की सुविधा प्रखंड के प्रत्येक पंचायतों में देना है.
बताते चलें कि पिछले दिन पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी ने निर्देश दिया था कि बिहार के हरेक गांव में आरटीपीएस सेंटर 15 अगस्त तक बनाया जाए और वहीं से सर्टिफिकेट के लिए आवेदन लिया जाए. बता दें कि बिहार में आवासीय, जातीय और आय सर्टिफिकेट के लिए लोक सेवा अधिनियम के तहत ऑनलाइन बनाया जाता है.
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Posted By : Avinish Kumar Mishra