पटना. बिहार विधानसभा के बजट सत्र के दौरान बुधवार को दोनों सदनों में शिक्षा विभाग के अधिकारी केके पाठक को लेकर जमकर हंगामा हुआ. विपक्ष के साथ-साथ सत्ता पक्ष के लोग भी केके पाठक से नाराज दिखे. बिहार विधान परिषद में एक ओर जहां नेता विरोधी दल राबड़ी देवी ने बिहार के नौकरशाहों पर बात नहीं सुनने का आरोप लगाया, वहीं सत्ता पक्ष के सदस्य शाहनवाज हुसैन ने केके पाठक के व्यवहार पर गंभीर आपत्ति दर्ज करायी. भारी हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही चलती रही. सत्ताधारी दल और विपक्ष एक साथ केके पाठक के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते दिखे.
किसी को गाली देने का अधिकार नहीं
विधान परिषद की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष के सदस्य केके पाठक को लेकर हंगामा करने लगे. विपक्ष की नेता राबड़ी देवी ने केके पाठक के ऊपर मनमानी करने का आरोप लगाया. विधान परिषद में प्रश्न काल के माध्यम से केके पाठक द्वारा शिक्षकों को अपशब्द कहने का मामला उठाया गया. इसपर शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि किसी को गाली देने का अधिकार नहीं है. सरकार ऐसे व्यवहार की निंदा करती है. शिक्षा मंत्री के इस बयान पर सदन में मौजूद बीजेपी एमएलसी शाहनवाज हुसैन ने कहा कि केके पाठक की मनमानी और अमर्यादित व्यवहार पर सदन को संज्ञान लेना चाहिए. उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति पूरे बिहार को कुछ समझ नहीं रहा है. केके पाठक अधिकारी से गाली गलौज करते हैं. सदन केके पाठक पर कार्रवाई निर्देशित करें.
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सभापति के कक्ष में देखें वीडियो
शाहनवाज के टाइम बांड में बांधकर कार्रवाई करने की मांग पर विधान परिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर ने कहा कि वो केके पाठक के अभद्र व्यवहार और बातचीत के मामले को संज्ञान में लेते है. वो वीडियो को देखने के बाद इसपर व्यवस्था देंगे. सभापति के इस बयान पर शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने सदन में वीडियो टेलीकास्ट नहीं करने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि वीडियो सभापति के चेंबर में देखने की व्यवस्था की जाये. सदप के जो भी सदस्य वीडियो देखना चाहते हैं वो विधान परिषद के सभापति के साथ उनके कक्ष में देखेंगे. सभापति ने कहा है कि केके पाठक के वीडियो में अगर अपशब्द या कोई गलती या अमर्यादित बात हुई, तो उसपर कार्रवाई होगी.