बिहार के सियासी गलियारे व कई मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक खबर सोमवार को जोर-शोर से चली. यह खबर थी जदयू से जुड़ी हुई. ऐसा दावा किया गया कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जदयू के विधायकों को अगले 72 घंटे तक पटना में ही रहने का निर्देश दिया है. यह खबर अचानक आग की तरह फैली और एक के बाद एक करके कई मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी इसे परोसे गये. लेकिन थोड़ी ही देर के बाद जदयू ने इसे गलत और भ्रामक बताया गया.
सोमवार को सोशल मीडिया और कुछ न्यूज पोर्टल व चैनल ने एक खबर चलाई. जिसमें दावा किया गया कि नीतीश कुमार ने अपने दल के विधायकों को अगले 72 घंटे तक पटना में रहने के लिए कहा गया. दावा किया गया कि सीएम ने सभी विधायकों को क्षेत्र छोड़कर यहां बुलाया है. यह खबर मीडिया में दौड़ी तो लोग इसकी हकीकत जानने के लिए उत्सुक होने लगे. वहीं मीडिया में इसे लेकर अलग-अलग कयास भी लगाये जाने लगे.
कुछ मीडिया प्लेटफॉर्म पर इस खबर को ऐसे परोसा गया जिसमें ये कयास लगाये गये कि बिहार में बड़ा सियासी बदलाव होने वाला है. सोशल मीडिया पर तो जदयू और भाजपा के अलग होने तक की बातें लिखी जाने लगी. लेकिन थोड़ी ही देर में इस हकीकत से पर्दा उठने लगा. जदयू के मुख्य सचेतक श्रवण कुमार ने बयान देकर तमाम अटकलों को विराम दे दिया.
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सर्वदलीय बैठक की संभावित तिथि को लेकर नीतीश कुमार ने ये कहा…
जेडीयू के मुख्य सचेतक ने साफ शब्दों में कहा कि ये भ्रामक खबरें फैलायी जा रही है. मुख्यमंत्री ने ऐसा कोई निर्देश विधायकों को नहीं दिया है जिसमें उन्हें पटना में ही अगले 72 घंटे गुजारने हैं. बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंगलवार को ही स्वयं पटना से बाहर दौरे पर रहेंगे. सीएम नालंदा भी जाएंगे. इधर जातिगत जनगनणा को लेकर सर्वदलीय बैठक की सुगबुगाहट तेज जरुर हुई है. जिसे लेकर सीएम नीतीश कुमार ने प्रतिक्रिया भी दी.
POSTED BY: Thakur Shaktilochan