इंडिगो एयरलाइंस के पटना एयरपोर्ट स्टेशन मैनेजर रूपेश सिंह हत्याकांड मामले में फरार चौथे व अंतिम आरोपित आर्यन जायसवाल उर्फ अभ्यानंद उर्फ मुनचुन उर्फ सन्नी (धनसुरपुर, सालिमपुर) को पटना पुलिस की टीम ने न्यू बाइपास इलाके से गिरफ्तार कर लिया. 12 मार्च को रूपेश सिंह की हत्या होने के अगले दिन आर्यन पकड़े जाने के भय से छतीसगढ़ भाग गया था.
इसके बाद वह कई राज्यों मसलन पश्चिम बंगाल,झारखंड, उत्तराखंड में अपनी पहचान छिपा कर रहा. हाल में यह हरिद्धार से पटना पहुंचा था, लेकिन पटना पुलिस इसके पीछे लगी थी और गिरफ्तार कर लिया. एसएसपी उपेंद्र कुमार शर्मा ने सोमवार को आयोजित संवाददाता सम्मेलन में बताया कि इसे लगा कि घर में कुर्की-जब्ती की प्रक्रिया के बाद अब मामला शांत हो गया है, इसलिए पटना चला आया और गिरफ्तार कर लिया गया.
यह हत्या की घटना को अंजाम देने में शामिल था और इसने पूछताछ में अपनी संलिप्तता को भी स्वीकार कर लिया है. उन्होंने कहा कि घटना का कोई नया कारण सामने नहीं आया है. इसने भी रितुराज के दिये गये बयान को ही दोहराया है. रूपेश सिंह हत्याकांड के तीन आरोपितों के खिलाफ चार्जशीट दायर कर दी गयी है और जल्द ही इसके खिलाफ भी चार्जशीट दायर हो जायेगी. आर्यन के घर की कुर्की-जब्ती भी की जा चुकी है.
आर्यन चला रहा था अपाची बाइक, पीछे बैठा था रितुराज- रूपेश सिंह की हत्या करने के लिए चार लोग आये थे. जिसमें आर्यन भी एक था. यह अपाची बाइक चला रहा था और रितुराज पीछे बैठा था. इसने पुलिस को बताया कि इसे केवल इतनी जानकारी थी कि रूपेश सिंह के साथ मारपीट करनी है. लेकिन वहां जाने के बाद रितुराज ने रूपेश सिंह पर फायरिंग कर दी. इसके बाद वहां से वह रितुराज को लेकर सगुना मोड़ के पास आया. जहां रितुराज बाइक से उतर गया और पैदल अपने घर चला गया. जबकि आर्यन बाइक से न्यू बाइपास पर आ गया.
रूपेश सिंह हत्याकांड के बारे में – बता दें कि शास्त्रीनगर थाने के पुनाईचक शंकर पथ में कुसुम विला अपार्टमेंट के सामने 12 जनवरी को हुए इंडिगो एयरलाइंस के पटना एयरपोर्ट के स्टेशन मैनेजर रूपेश सिंह की हत्या की गई थी. इस मामले पुलिस ने मुख्य आरोपी रितुराज सिंह को खेमनीचक के आदर्श नगर रोड नंबर दो स्थित घर से गिरफ्तार किया था. एक
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Posted By : Avinish Kumar Mishra