पुनपुन नदी में धड़ल्ले से हो रहे अवैध खनन से सुरक्षा बांध को खतरा

फुलवारीशरीफ. गौरीचक थाना क्षेत्र के पुनपुन नदी के तटीय इलाके में कई जगहों पर थाना पुलिस के संरक्षण और मिलीभगत से अवैध खनन हो रहा है.

By Prabhat Khabar News Desk | June 18, 2024 12:43 AM

फुलवारीशरीफ. गौरीचक थाना क्षेत्र के पुनपुन नदी के तटीय इलाके में कई जगहों पर थाना पुलिस के संरक्षण और मिलीभगत से अवैध खनन हो रहा है. जिस तरीके से बड़े पैमाने पर अवैध मिट्टी का खनन हो रहा है उससे पटना सुरक्षा बांध पर भी खतरा मंडराने लगा है. बावजूद जिम्मेदार लोग मौन साधे हुए हैं. हर वर्ष बरसात के मौसम में पुनपुन से गौरीचक के बीच बाढ़ की स्थिति हो जाती है. ऐसी स्थिति में जिला प्रशासन वहां बालू भरा हुआ बोरा लगाने का भी काम करता है, लेकिन अभी अवैध खनन को नहीं रोका जा रहा है. स्थानीय गांव के लोगों का कहना है कि अवैध खनन जिस तेजी से हो रहा है अगर इस पर जल्द से जल्द कार्रवाई करके रोक नहीं लगायी गयी तो सुरक्षा बांध और आसपास के गांव में बरसात के मौसम में बाढ़ का भयंकर खतरा हो सकता है. बताया जाता है कि अवैध रूप से खनन में लोकल जनप्रतिनिधियों के लोग ही शामिल हैं. रसूखदार सफेद पोस्ट लोगों के संरक्षण के चलते पुलिस भी इन लोगों पर हाथ डालने से कतराती है. कई बार अवैध खनन के चक्कर में गोलियां भी चल चुकी है. खनन माफिया के दो गुटों के बीच खूनी संघर्ष में लोगों की जान भी जा चुकी है. बावजूद अवैध खनन रुकने का नाम नहीं ले रहा है. स्थानीय ग्रामीणों का कहना है की पुनपुन से गौरीचक इलाके में कई जगहों पर नदी के तटीय स्थानों से अवैध रूप से मिट्टी का खनन लगातार हो रहा है. इधर जिला प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है. रात को कौन कहे दिन के उजाले में भी जेसीबी से खनन पर प्रतिबंध होने के बाद भी खनन माफिया चला रहे हैं मिट्टी खनन का काला कारोबार. इतना ही नहीं गांव वालों का कहना है कि पुनपुन नदी सुरक्षा बांध वाली सड़क पर भारी वाहनों के परिचालन पर भी रोक है बावजूद बड़े-बड़े ट्रक और हाइवा धड़ल्ले से अवैध रूप से बालू और मिट्टी व गिट्टी लेकर इस सड़क से आवाजाही करते हैं. गौरीचक थानाध्यक्ष अमित कुमार का कहना है कि अवैध खनन के खिलाफ लगातार कार्रवाई हो रही है. खनन की जानकारी मिलने पर तत्काल कार्रवाई होती है और जेसीबी हाइवा ट्रैक्टर को जब्त किया गया है. खनन विभाग द्वारा सूचना देने पर भी छापेमारी में सहयोग किया जाता है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version