10 प्रखंड सहकारिता प्रसार पदाधिकारियाें का वेतन रोका, पैक्स पर होगी एफआइआर
डीएम ने धान लेकर चावल की आपूर्ति में लापरवाही बरतने पर 10 प्रखंड सहकारिता प्रसार पदाधिकारियों का वेतन रोकते हुए शो-कॉज किया है. साथ ही इसमें शिथिलता बरतने वाले पैक्स पर प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया है.
पटना. डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह ने मंगलवार को धान खरीद व सीएमआर आपूर्ति की समीक्षा की. उन्होंने सीएमआर आपूर्ति में लापरवाही बरतने पर 10 प्रखंड सहकारिता प्रसार पदाधिकारियों का वेतन रोकते हुए शो-कॉज किया है. साथ ही सहयोग नहीं करने वाले पैक्स के विरुद्ध जांच कर प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया है. डीएम ने प्रखंड सहकारिता प्रसार पदाधिकारियों को पैक्स से समन्वय कर सीएमआर आपूर्ति में तेजी लाने को कहा है, अन्यथा सख्त कार्रवाई होगी. उन्होंने एसडीओ को सीएमआर आपूर्ति में शिथिलता बरतनेवाले पैक्स पर जांच कर प्राथमिकी दर्ज करने को कहा है. साथ ही उन्हें काली सूची में डाला जायेगा. डीएम ने सभी एसडीओ को 31 जुलाई तक हर हाल में सीएमआर आपूर्ति के लक्ष्य को हासिल कराना सुनिश्चित करने का निर्देश दिया. समीक्षा में पाया गया कि पटना सदर अनुमंडल में सीएमआर आपूर्ति 78.06 व पालीगंज में 78.74 प्रतिशत है. यह स्थिति अच्छी नहीं है. पटना सिटी में 91.33, बाढ़ में 90.95, मसौढ़ी में 82 व दानापुर में 80.14 प्रतिशत सीएमआर आपूर्ति हुआ.
इन प्रखंडों में कम हुआ :
पटना सदर अनुमंडल में संपतचक, मसौढ़ी अनुमंडल में धनरूआ व मसौढ़ी, पालीगंज अनुमंडल में बिक्रम, पालीगंज व दुल्हिनबाजार व दानापुर अनुमंडल में बिहटा, नौबतपुर, दानापुर व मनेर प्रखंडों में सीएमआर आपूर्ति की स्थिति संतोषजनक नहीं है. डीएम ने इन सभी प्रखंडों के प्रखंड सहकारिता प्रसार पदाधिकारियों का वेतन अगले आदेश तक अवरुद्ध करते हुए उन सभी से स्पष्टीकरण किया है. संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर उनके विरुद्ध कार्रवाई होगी. धान खरीद की समीक्षा में पाया गया कि 15 फरवरी तक कुल 1.81 लाख टन धान खरीद हुई थी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है