कैंपस : छठे चरण में नियोजित शिक्षकों का अब तक नहीं हुआ वेतन निर्धारण, लगा रहे शिक्षा विभाग का चक्कर
छठे चरण में लगभग 40 हजार शिक्षकों का नियोजन हुआ था. उन शिक्षकों को दो वर्ष की सेवा के बाद प्रशिक्षित वेतनमान मिलना था.
संवाददाता, पटना छठे चरण में लगभग 40 हजार शिक्षकों का नियोजन हुआ था. उन शिक्षकों को दो वर्ष की सेवा के बाद प्रशिक्षित वेतनमान मिलना था. फरवरी माह में ही ऐसे शिक्षकों का दो वर्ष पूरा हो गया था, जिसके बाद इन शिक्षकों को प्रशिक्षित वेतनमान मिलना था. लेकिन पिछले तीन महीने से ये शिक्षक अपने ही वेतन के लिए विभाग का चक्कर काट रहे हैं. गया, औरंगाबाद, सहरसा, पटना, जहानाबाद जैसे तमाम जिलों में अभी तक शिक्षकों का पे फिक्सेशन कार्य लटका हुआ है. शिक्षक स्कूल का कार्य करने के बाद शिक्षा विभाग के कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं. बिहार शिक्षा मंच के सौरव कुमार ने कहा की शिक्षा विभाग सभी जिलों को पे फिक्सेशन को लेकर स्पष्ट निर्देश जारी करे. बीएड डिग्री लेकर चयनित शिक्षकों का ब्रिज कोर्स करवाना सरकार का काम है. इसके कारण उनके फिक्सेशन को लटकाना कहीं से भी उचित नहीं है. शिक्षक जिले में अपने सर्विस बुक पर साइन करवाने और फिक्सेशन करवाने के लिए परेशान हो रहे हैं. विभाग इन शिक्षकों की समस्याओं का शीघ्र समाधान निकाले.
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