संवाददाता, पटना राज्य में बालू का उठाव अब सेकेंडरी लोडिंग स्थल से सीसीटीवी की निगरानी में एनआइसी पोर्टल से जुड़े धर्मकांटा से वजन के बाद इ-चालान के साथ होगा. बालू की ढुलाई तारपोलिन से ढककर की जायेगी. यह व्यवस्था फिलहाल माॅनसून अवधि के दौरान 15 अक्तूबर तक बालू खनन कार्य बंद रहने तक जारी रहेगी. इस अवधि में खनिज विकास पदाधिकारियों और खान निरीक्षकों को सेंकेंडरी लोडिंग स्थल की आड़ में अवैध खनन रोकने की जिम्मेदारी दी गयी है. सेकेंडरी लोडिंग स्थल से बालू की ढुलाई तारपोलिन से ढककर करने का निर्देश दिया गया है जिससे सड़कों पर बालू नहीं गिरे. साथ ही सड़कों सहित पर्यावरण को भी नुकसान नहीं हो.सूत्रों के अनुसार इस माॅनसून अवधि में खनन बंद रहने तक नदी किनारे से 300 मीटर की दूरी के अंदर बालू का भंडारण स्थल बनाने का निर्देश खान एवं भूतत्व विभाग ने दिया है. इसे सेंकेंडरी लोडिंग स्थल नाम दिया गया है. विभाग ने सभी सेंकेंडरी लोडिंग स्थल का निरीक्षण संबंधित जिले के समाहर्ता के माध्यम से करवा लिया है. सेकेंडरी लोडिंग स्थल पर लगे कैमरों का बैकअप अधिकतम 30 दिन तक के लिए रखना होगा. इसके साथ ही इस स्थल को हर तरफ से तार से घेराबंदी करने का निर्देश दिया गया है जिससे बालू ढुलाई वाले वाहनों की निकासी का केवल निर्धारित मार्ग ही होगा. अन्य किसी मार्ग से इस स्थल तक कोई वाहन नहीं आ सकेगा.
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