दरभंगा रेडियो स्टेशन को बंद करने का कोई प्रस्ताव नहीं, मैथिली भाषा को लेकर अश्विनी वैष्णव ने कही ये बात
Sanjay Jha: केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव की ओर से आये सकारात्मक जवाब में कहा गया है कि किसी भी स्तर पर ऐसा कोई निर्णय नहीं लिया गया है कि 1 जनवरी 2025 से आकाशवाणी दरभंगा के 70 प्रतिशत कार्यक्रम पटना से रिले किये जाएंगे.
Sanjay Jha: पटना. दरभंगा रेडियो स्टेशन को बंद करने का कोई प्रस्ताव नहीं है. दरभंगा रेडियो स्टेशन को पटना का रीले केंद्र बनाने की बात बेबुनियाद है और ऐसे किसी प्रस्ताव पर केंद्र सरकार विचार नहीं कर रही है. उक्त बातें जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद संजय झा ने कही है. संजय झा ने कहा कि पिछले दिनों उनसे मिलने आये कुछ लोगों ने उन्हें बताया था कि केंद्र सरकार दरभंगा रेडियो स्टेशन को बंद करने जा रही है. जैसे ही उनके संज्ञान में यह बात आयी उन्होंने तत्काल केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव से बात की और उन्हें दरभंगा रेडियो स्टेशन की यथास्थिति बनाये रखने का अनुरोध किया. केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस पूरे मामले में विभागीय जानकारी लेने के बाद कहा कि केंद्र सरकार के पास ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं है.
जल्द पूरा होगा स्टूडियो का पुनरुद्धार एवं आधुनिकीकरण
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव की ओर से आये सकारात्मक जवाब में कहा गया है कि किसी भी स्तर पर ऐसा कोई निर्णय नहीं लिया गया है कि 1 जनवरी 2025 से आकाशवाणी दरभंगा के 70 प्रतिशत कार्यक्रम पटना से रिले किये जाएंगे. उन्होंने कहा कि आकाशवाणी के समस्त केंद्रों पर साल में दो बार प्रसारित होने वाले कार्यक्रमों के Fixed Point Chart (FPC) में आवश्यकतानुसार बदलाव किया जाता है- पहला, 1 अप्रैल से (Summer FPC), दूसरा, 1 अक्टूबर से (Winter FPC). इसका मुख्य उद्देश्य कार्यक्रमों की गुणवत्ता और रोचकता को बनाये रखना है. मंत्री ने कहा कि दरभंगा स्थित आकाशवाणी केंद्र में स्टूडियो का पुनरुद्धार एवं आधुनिकीकरण भी किया जा रहा है, जो अगले साल पूरा हो जायेगा.
मैथिली भाषा के कार्यक्रमों की होगी और व्यवस्था
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा है कि बिहार के विभिन्न केंद्रों से प्रसारित होने वाले सभी कार्यक्रमों की समीक्षा की जा रही है, ताकि आकाशवाणी में उपलब्ध संसाधनों का उचित उपयोग करके बिहार के श्रोताओं को और भी अधिक बेहतर कार्यक्रम सुनवाये जा सकें. कार्यक्रमों की समीक्षा एक आवश्यक और नियमित प्रक्रिया है. आकाशवाणी भारतीय संस्कृति का प्रचार प्रसार करता है और किसी एक भाषा के अनुरूप अथवा किसी भाषा के नाम पर केंद्र स्थापित नहीं करता है. आकाशवाणी दरभंगा से स्तरीय मैथिली कार्यक्रमों के निर्माण और प्रसारण के लिए उचित व्यवस्था की जा रही है.
Also Read: Bihar News: लालू यादव पर संजय झा का बड़ा हमला, बोले- नीतीश कुमार को अफगानिस्तान जैसा मिला बिहार