भाजपा और केंद्र के बीच सेतु की भूमिका निभायेंगे जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा

जदयू सांसद संजय कुमार झा के लिए साल 2024 खुशियाें भरा साबित हुआ है.

By Prabhat Khabar News Desk | June 30, 2024 1:34 AM

मिथिलेश, पटना जदयू सांसद संजय कुमार झा के लिए साल 2024 खुशियाें भरा साबित हुआ है. इसी साल उन्हें राज्यसभा का सदस्य बनाया गया. थोडे़ ही दिन बाद राज्यसभा में वे संसदीय दल के नेता बनाये गये. अब उन्हें जदयू के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गयी है. जदयू के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने वाले संजय कुमार झा दूसरे नेता हैं. इसके पहले आरसीपी सिंह भी थोड़े दिनों के लिए कार्यकारी अध्यक्ष की भूमिका में रहे थे. दरअसल लोकसभा चुनाव के बाद एनडीए की प्रमुख घटक जदयू ने अपने संगठन को धारदार बनाने की दिशा में यह नया प्रयोग किया है. मिथिलांचल के मधुबनी जिले के मूल निवासी संजय झा की पहचान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी और खास नेता के रूप में रही है. जदयू में जुड़ने के पहले वे भाजपा के दिग्गज नेता अरुण जेटली के करीबी रहे थे. हाल के दिनों में जदयू को एक बार फिर भाजपा के करीब लाने में भी उनकी भूमिका रही है. बिहार की राजनीति को करीब से जानने वाले बताते हैं कि संजय झा के रूप में जदयू को एक ऐसा कवच मिला है, जिसका उपयोग भाजपा के साथ समन्वय स्थापित करने में तो मिलेगा ही उससे अधिक मिथिलांचल के इलाके में सवर्ण मतदाताओं विशेषकर ब्राह्मण वोटरों के बीच पैठ बढ़ाने का भी अवसर मिल सकेगा.लोकसभा चुनाव के दौरान भी संजय झा की भाजपा के साथ सीटों के तालमेल को लेकर और जदयू के उम्मीदवार तय करने में भी प्रमुख भूमिका रही है. एनडीए के साथ पार्टी के बेहतर तालमेल में उनकी भूमिका अहम होगी. अगले साल बिहार में विधानसभा का चुनाव होना है. इसके पहले इसी साल झारखंड में विधानसभा के चुनाव तय हैं. जदयू अध्यक्ष के रूप में नीतीश कुमार के पास बिहार के मुख्यमंत्री का कामकाज भी संभालना है. इसलिए कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में अपेक्षाकृत युवा और ऐसे चेहरे की जरूरत महसूस की जा रही थी, जो नीतीश कुमार का विश्वसनीय हो, खास हो, भाजपा को भी चेहरा पसंद हो और किसी विवाद में नहीं रहा हो. ऐसे चेहरे के रूप में संजय झा को उपयुक्त माना गया. संजय झा 2006 में पहली बार बिहार विधान परिषद के लिए मनोनीत किये गये थे. अपनी 18 साल की सक्रिय व संसदीय राजनीति में श्री झा दो बार विधान परिषद के सदस्य हुए, राज्य सरकार में जल संसाधन एवं सूचना जनसंपर्क विभाग के मंत्री हुए. 2014 के लोकसभा सभा चुनाव में जदयू ने उन्हें दरभंगा लोकसभा सीट से उम्मीदवार भी बनाया था. 2024 में विधान परिषद की सदस्यता समाप्त हो जाने के बाद पार्टी ने उन्हें राज्यसभा का उम्मीदवार बनाया और वे जीत कर पहली बार संसद पहुंचे.माना जा रहा है कि संजय झा पर पार्टी को राष्ट्रीय फलक पर ले जाने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी होगी.उन्हें झारखंड समेत दूसरे राज्यों में पार्टी की उपस्थिति दर्ज करानी होगी. राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा और सरकार के बीच सेतु का काम करना होगा. कार्यकारी अध्यक्ष बनाये जाने के बाद श्री झा ने कहा कि वे राष्ट्रीय अध्यक्ष की अपेक्षाओं पर खरा उतरने का प्रयास करेंगे. बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर जदयू अपनी तैयारी कर रहा है. बिहार में हुए लोकसभा चुनाव में 177 विधानसभा सीटों पर एनडीए के उम्मीदवार आगे रहे.

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