सुधीर कुमार, एसएस वर्मा, डाॅ जितेंद्र गुप्ता, लक्षमीकांत, झारखंड की पूजा सिंघल, चारा घोटाले में सजल चक्रवर्ती और फूल सिंह को भी जेल में गुजारनी पड़ी थीं रातें
बिहार कैडर के 1997 बैच के आइएएस अधिकारी संजीव हंस अकेले ऐसे अधिकारी नहीं हैं, जिन्हें भ्रष्टाचार के आरोप में जेल जाना पड़ा है. कुछ अफसर ऐसे भी हुए, जिन्हें अदालत से राहत मिल गयी और वो जेल जाने से बच गये. पर, संजीव हंस को यह राहत नहीं मिल पायी. संजीव हंस के पहले पटना के डीएम रहे डाॅ गौतम गोस्वामी, सुधीर कुमार, एसएस वर्मा, लक्षमीकांत, डाॅ जितेंद्र गुप्ता को भी जेल में रातें गुजारनी पड़ी हैं. इनके अलावा अविभाजित बिहार संवर्ग तथा बाद में झारखंड चले गये आइएएस अधिकारी पूजा सिंघल को भी जेल जाना पड़ा, जबकि सजल चक्रवर्ती और फूलचंद सिंह को चारा घोटाला के मामले में जेल में रातें गुजारनी पड़ीं.
2013 बैच के आइएएस अधिकारी डाॅ जितेंद्र गुप्ता की जुलाई 2016 में गिरफ्तारी हुई थी. उस समय वे मोहनिया के एसडीएम थे. ट्रेनिंग के बाद डॉ जितेंद्र गुप्ता की एसडीओ के पद पर पोस्टिंग हुई थी. इसी दौरान उन पर 80 हजार रिश्वत के आरोप लगे और विजिलेंस ब्यूरो ने कांड संख्या 67/2016 दर्ज कर जितेंद्र गुप्ता को गिरफ्तार कर जेल भेजा था.12 जुलाई, 2016 को गिरफ्तार मोहनिया के तत्कालीन एसडीओ सह आइएएस अधिकारी डाॅ जितेंद्र गुप्ता को हाइकोर्ट से नौ अगस्त, 2016 को जमानत मिली. इसके बाद जितेंद्र गुप्ता ने अपना कैडर चेंज करा लिया था. वरिष्ठ आइएएस सुधीर कुमार की हुई थी गिरफ्तारीसाल 2017 में एक वरिष्ठ आइएएस अधिकारी सुधीर कुमार को पेपर लीक के मामले में पटना पुलिस ने गिरफ्तार किया था. 24 फरवरी, 2017 को पेपर लीक मामले में पटना पुलिस की एसआइटी ने बिहार कर्मचारी चयन आयोग (बीएसएससी) के चेयरमैन सुधीर कुमार को झारखंड के हजारीबाग से गिरफ्तार किया था. बीएसएससी चेयरमैन सुधीर कुमार के साथ उनके भाई ,भाई की पत्नी, बहू और भांजे को भी गिरफ्तार किया गया था.
पटना के पूर्व डीएम डाॅ गौतम गोस्वामी को भी बाढ़ राहत घोटाले में जेल जाना पड़ा
पटना के पूर्व डीएम डाॅ गौतम गोस्वामी को भी बाढ़ राहत घोटाले में जेल जाना पड़ा था. तेज- तर्रार अधिकारी और तत्कालीन उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी को गांधी मैदान में मंच पर जाकर सभा समाप्त करने का निर्देश देने वाले डाॅ गौतम गोस्वामी की बाद में कैंसर रोग से ग्रसित होने के कारण मौत हो गयी.पूर्व अधिकारी एसएस वर्मा
इसी प्रकार लघु सिंचाई विभाग में तत्कालीन सचिव पूर्व अधिकारी एसएस वर्मा को भी जेल जाना पड़ा था. बाद में उनकी संपत्ति भी जब्त की गयी और उसमें स्कूल खाेले गये. इनके अलावा कटिहार के पूर्व डीएम रहे लक्ष्मीकांत को भी भ्रष्टाचार के मामले में जेल जाना पड़ा था. इसके पहले चारा घोटालाके मामले में अविभाजित बिहार के आइएएस अधिकारी रहे बाद में झारखंड के अधिकारी सजल चक्रवर्ती, फूलचंद सिंह समेत कई अधिकारियों को जेल मेंराज गुजारनी पड़ी है अब तक जेल गये आइएएस अधिकारी1. संजीव हंस
2. डाॅ गौतम गोस्वामी
3. सुधीर कुमार
3. एसएस वर्मा
4. लक्षमीकांत
5. डाॅ जितेंद्र गुप्ता
6. सजल चक्रवर्ती 7. फूलचंद सिंहडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है