Saraswati Puja 2022: सरकार के निर्देश के बाद पटना जिले के सभी स्कूल और कॉलेज 6 फरवरी तक बंद हैं और इंटर का परीक्षा भी जारी रहेगी. इसलिए स्कूल और कॉलेजों में सरस्वती पूजा की अनुमति नहीं होगी. लेकिन प्रशासन की अनुमति प्राप्त कर छोटे स्तर पर सशर्त पूजा करने की अनुमति दी जा सकती है. इसमें जुलूस नहीं निकाले जायेंगे. अधिकतम 50 व्यक्ति ही शामिल हो सकते हैं.
सरस्वती पूजा समारोह को लेकर यह जानकारी सोमवार को पटना के डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह और एसएसपी मानवजोत सिंह ढिल्लो के द्वारा सरस्वती पूजा के आयोजन को लेकर हुई बैठक में दी गयी. सभी एसडीओ, एसडीपीओ, बीडीओ, सीओ थाना प्रभारी के साथ समाहरणालय सभागार में यह बैठक की गयी.
बैठक में बताया गया कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए गृह विभाग के निर्देश के अनुरूप 6 फरवरी तक धार्मिक स्थल व स्कूल कॉलेज बंद हैं. इसलिए धार्मिक स्थल पर सार्वजनिक रूप से पूजा की अनुमति नहीं होगी. धार्मिक स्थल पर मात्र आंतरिक पूजा ही पुजारी द्वारा की जा सकती है.
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जहां पूजा की अनुमति दी जायेगी, वहां डीजे का प्रयोग प्रतिबंधित रहेगा. कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना होगा. नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के निर्देश का पालन करना होगा और कृत्रिम तालाबों में ही वाहन के माध्यम से विसर्जन करना है. उल्लंघन करने वाले आयोजक के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जायेगी.
डीएम ने जिलावासियों से यथासंभव अपने घरों में ही पूजा करने व सामूहिक पूजा और भीड़-भाड़ नहीं करने की अपील की है. इसके लिए शांति समिति की बैठक करने, पंचायत प्रतिनिधियों के साथ बैठक करने तथा निजी स्कूल, कोचिंग संस्थानों के साथ बैठक करने एवं प्रतिबंधों के बारे में अवगत कराने का निर्देश अधिकारियों को दिया है.
सरस्वती पूजा के अवसर पर शांति व्यवस्था तथा विधि व्यवस्था बनाए रखने के लिए पर्याप्त संख्या में दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी एवं पुलिस बल की तैनाती की जायेगी. बैठक में पुलिस अधीक्षक, अपर समाहर्ता आदि उपस्थित थे तथा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से सभी अनुमंडल पदाधिकारी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी, थानाध्यक्ष आदि संबद्ध थे.
Posted By: Thakur Shaktilochan