पटना विश्वविद्यालय में जितने शिक्षक मौजूद हैं, उनमें करीब 10 प्रतिशत शिक्षक अगले 2021-22 में रिटायर हो जायेंगे. इसकी सूची विवि द्वारा वेबसाइट पर जारी कर दी गयी है. वर्ष 2020 में भी बड़ी संख्या में शिक्षक रिटायर हो चुके हैं. पटना विश्वविद्यालय में करीब 322 शिक्षक हैं. उनमें 45 अभी हाल में हुई बहाली से आये हैं. वहीं, 31 शिक्षक अगले दो वर्षों में रिटायर हो जायेंगे.
पटना विश्वविद्यालय में करीब 850 सीटें हैं. यानी करीब 60 प्रतिशत सीटें खाली हैं. शिक्षकों की नयी बहाली सरकार ने निकाली है. फॉर्म भरे जा चुके हैं. अगर जल्द बहाली होती है, तो कुछ शिक्षकों की भरपाई हो पायेगी, अन्यथा नये वर्ष में शिक्षकों की क्राइसिस बनी ही रहेगी.
पटना विश्वविद्यालय समेत राज्य के सभी विश्वविद्यालयों में एसोसिएट प्रोफेसर (रीडर) व प्रोफेसर की बहाली नहीं होती. जबकि सबसे अधिक पोस्ट इनके ही खाली हैं. मिली जानकारी के अनुसार तीन दशक से अधिक हो गये हैं, लेकिन इसके लिए सरकार ने आज तक विज्ञापन ही जारी नहीं किया है. इन पोस्ट को प्रोमोशन के जरिये भी नहीं भरा जा सकता है, इसलिए हमेशा खाली ही रहते हैं. इसका नुकसान छात्रों को होता है. अगर इन पदों के लिए वेकेंसी निकाली जाये, तो कई सीनियर असिस्टेंट प्रोफेसर आवेदन कर एसोसिएट प्रोफेसर में बहाल होंगे. इसी प्रकार इनसे अधिक सीनियर प्रोफेसर पदों पर बहाल होंगे. इस प्रकार जो भी सीटें विवि में हैं, सभी भरी जायेंगी. लेकिन ऐसा होता नहीं है.
Also Read: बिहार में इंजीनियरिंग में हुए एडमिशन रद्द, कल से फ्रेश च्वाइस फिलिंग, जानिये कब से होगा एडमिशन
पटना विश्वविद्यालय में शिक्षकों की भारी कमी है. असिस्टेंट प्रोफेसर से लेकर प्रोफेसर तक के पद खाली हैं. एसोसिएट प्रोफेसर व प्रोफेसर के पदों पर तो कभी बहाली भी नहीं निकलती. इन पदों को भी भरा जाये, तो विवि में शिक्षकों की कमी नहीं रहेगी.
प्रो एनके झा, स्टूडेंट्स वेलफेयर डीन, पीयू
Posted By :Thakur Shaktilochan