बिहार में स्वास्थ्य विभाग जल्द ही बंपर वैकेंसी निकाल सकती है. बिहार विधानसभा सत्र में स्वास्थ्य मंत्री ने इसका इशारा दिया है. सरकार बिहार में डॉक्टरों के खाली पड़े पदों पर जल्द ही नियुक्ति कर सकती है. वहीं सूबे में स्टाफ नर्स की बहाली भी प्रक्रिया में है. वहीं राज्य सरकार स्वास्थ्य विभाग में पांच श्रेणी के 11,548 पदों पर जल्द ही नियुक्ति प्रक्रिया शुरू करेगी. बिहार तकनीकी सेवा आयोग इसकी तैयारी कर रही है.
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने बताया कि राज्य में चिकित्सकों के रिक्त 6338 पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया आरंभ कर दी गयी है. सामान्य श्रेणी के 2632 चिकित्सक व विशेषज्ञ श्रेणी के 3706 पद रिक्त हैं. विभाग द्वारा इन रिक्त पदों पर नियुक्ति को लेकर सामान्य प्रशासन विभाग के माध्यम से बिहार तकनीकी सेवा चयन आयोग को अधियाचना भेजी गयी है. आयोग से नये चिकित्सकों की नियुक्ति की अनुशंसा मिलते ही पदस्थापन का कार्य शुरू कर दिया जायेगा.
स्वास्थ्य मंत्री शुक्रवार को बिहार विधानसभा में सदस्यों के अल्पसूचित व तारांकित प्रश्नों का जवाब दे रहे थे. स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि विभाग द्वारा जुलाई- सितंबर ,2020 में सरकार द्वारा 929 विशेषज्ञ चिकित्सा पदाधिकारी और 3186 सामान्य चिकित्सा पदाधिकारियों की नियुक्ति कर उनकी पोस्टिंग की गयी है.
इसके अलावा स्टाफ नर्स ग्रेड-ए के रिक्त 9130 पदों को लेकर अधियाचना बिहार तकनीकी चयन आयोग को भेजी गयी थी, जिसमें आयोग द्वारा 5097 नर्स ग्रेड-ए की अनुशंसा प्राप्त हुई है. इनका पदस्थापन विभिन्न अस्पतालों में किया गया है. शेष रिक्त पदों पर नियुक्ति की कार्रवाई की जा रही है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बिहार में स्टाफ नर्स ग्रेड ए के रिक्त पदों पर नियुक्ति के अलावा 1539 फार्मासिस्ट और 1096 शल्य कक्ष सहायक, 163 ईसीजी टेकनीशियन, 803 एक्सरे टेकनीशियन के रिक्त पदों को भरने के लिए सामान्य प्रशासन विभाग से अनुमति मांगी है. सूबे में 1772 प्रयोगशाला प्रावैधिक के पदों पर भी नियुक्ति की जायेगी. जिसकी प्रक्रिया पूरी करने की जिम्मेदारी बिहार कर्मचारी चयन आयोग को दी गई है.
Posted By: Thakur Shaktilochan