BPSC: बिहार में 45892 प्रधान शिक्षकों और प्रधानाध्यापकों की होगी सीधी नियुक्ति, जानें कौन होंगे दावेदार

बिहार के सरकारी स्कूलों में 45 हजार 892 हेडमास्टरों की बहाली होगी. राज्य के प्राथमिक व उच्च माध्यमिक विद्यालयों में बीपीएससी से इसकी सीधी नियुक्ति होगी. इनमें 40558 पद प्राथमिक स्कूलों के प्रधान शिक्षकों की होगी जबकि उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालयों में प्रधानाध्यापकों के 5334 पद होंगे.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 18, 2021 8:45 AM

Sarkari Naukri Bihar: बिहार के सरकारी स्कूलों में 45 हजार 892 हेडमास्टरों की बहाली होगी. राज्य के प्राथमिक व उच्च माध्यमिक विद्यालयों में बीपीएससी (BPSC) से इसकी सीधी नियुक्ति होगी. इनमें 40558 पद प्राथमिक स्कूलों के प्रधान शिक्षकों (Bihar Headmaster Vacancy 2021) की होगी जबकि उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालयों में प्रधानाध्यापकों (Bihar School Principal Vacancy) के 5334 पद होंगे.

हिंदुस्तान समाचार पत्र के अनुसार, बिहार के शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने इस बात की जानकारी जारी की है कि बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) इन पदों पर नियुक्ति करेगा और इसके लिए सीधी भर्ती की प्रतियोगिता परीक्षा का आयोजन करेगा. दरअसल, मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में राज्य मंत्रिपरिषद की बैठक हुई. जिसमें शिक्षा विभाग के प्रधान शिक्षक व प्रधानाध्यापकों की नियुक्ति व सेवाशर्त नियमावली-2021 के दो प्रस्तावों को मंजूरी दी गई है.

बिहार के प्राथमिक स्कूलों में अभी तक सिनियर टीचर ही विद्यालय की कमान संभालते थे. प्राथमिक स्कूलों में पहली बार अब प्रधान शिक्षक नियुक्त किये जायेंगे. सीएम नीतीश कुमार(Nitish Kumar) ने स्वतंत्रता दिवस समारोह पर गांधी मैदान से रविवार को इसकी घोषणा की थी कि राज्य के प्राथमिक विद्यालयों में प्रधान शिक्षक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों में प्रधानाध्यापक संवर्ग गठित होगा. शिक्षा विभाग ने इसपर तेजी से काम करते हुए प्रस्ताव मंत्रिमंडल के बैठक में भेज दिया था.

प्रधान शिक्षक और प्रधानाध्यापक के पदों पर केवल शिक्षकों की ही दावेदारी मान्य होगी. कमीशन द्वारा आयोजित की जाने वाली प्रतियोगिता परीक्षा के लिए उन्हें ही मान्य आवेदक माना जायेगा. प्राथमिक स्कूलों में प्रधान शिक्षक पद के लिए सरकारी स्कूल में 8 साल का शिक्षण अनुभव जरुरी होगा.

उच्च माध्यमिक विद्यालयों में प्रधानाध्यापक के पद के लिए सरकारी स्कूलों के वैसे शिक्षक जो अपने मूल कोटि में 8 साल पूरा कर चुके हों जबकि प्राइवेट स्कूलों(CBSE/ ICSE बोर्ड) में 12 साल की सेवा पूरी कर चुके हैं, को पात्र माना जायेगा.दोनों पदों के लिए नया वेतन स्लैब भी तैयार किया जायेगा.

POSTED BY: Thakur Shaktilochan

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