बिहार सरकार का ग्रामीण कार्य विभाग अपने अधीन एक लाख किलोमीटर से अधिक सड़कों की मरम्मत कराने जा रहा है. विभागीय स्तर पर होने वाले इस मरम्मत कार्य के लिए कई कर्मियों की जरुरत विभाग को होगी. छोटे-बड़े सभी पदों पर कर्मचारियों की बहाली करने की प्लानिंग भी चल रही है. वहीं इस क्रम में अब कुली की बहाली की जायेगी. औसतन हर दो पंचायत में एक पथ कुली की बहाली होगी. कई जगहों पर एक पंचायत में एक कुली भी तैनात होंगे.
विभाग के अधीन 1070 वर्क्स सेक्शन हैं. प्रत्येक सेक्शन में पांच-पांच कुलियों के हिसाब से कुल 5350 पथ कुली रखने की योजना है. पथ कुलियों की नियुक्ति सीधे तौर पर नहीं होगी. इसके लिए आउटसोर्सिंग का सहारा लिया जायेगा. इनका मानदेय भी एजेंसी के जरिये ही दिया जायेगा. सड़क मरम्मत कार्य में लगे मजदूरों के कामों की निगरानी के लिए सभी सेक्शन में दो- दो मेट भी बहाल होंगे. 1070 सेक्शन के हिसाब से राज्य में 2140 मेट रखने की योजना है.
पथ कुली का काम सड़कों की देखभाल करना होगा. जिस ग्रामीण सड़क पर कुली को तैनात किया जायेगा, उन्हें उस सड़क के देखभाल की पूरी जिम्मेदारी होगी. अगर सड़क पर बरसात का पानी जमा होता है तो पानी के निकासी की जिम्मेदारी पथ कुली की होगी. अगर कोई अतिक्रमण उस सड़क पर किया जाता है तो पथ कुली इसकी पूरी जानकारी विभागीय अधिकारी को देंगे. वहीं अगर असामाजिक तत्वों के द्वारा सड़क को क्षतिग्रस्त किया जाता है तो उसकी जानकारी भी पथ कुली अधिकारी को देंगे.
POSTED BY: Thakur Shaktilochan