पटना. बिहार के छह हजार से अधिक माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्कूलों में छठे चरण के निर्धारित शेड्यूल के तहत केवल 2716 शिक्षक(8 फीसदी) नियुक्त हो सके हैं. कुल खाली पदों की संख्या 32714 थी. इस तरह अब 29998 पद रिक्त रह गये हैं. सर्वाधिक रिक्तियां हायर सेकेंडरी स्कूलों में रह गयी हैं. यहां शिक्षकों के कुल पदों में तीन फीसदी ही पद भरे जा सके हैं.
शिक्षा विभाग के मुताबिक माध्यमिक स्कूलों के रिक्त पदों में 13325 पदों में केवल 2048 और उच्च माध्यमिक स्कूलों में 19389 रिक्त पदों में केवल 668 (3.44 फीसदी) ही भरे जा सके हैं. सर्वाधिक शिक्षकों की कमी उच्च माध्यमिक स्कूलों में रहेगी.
विज्ञान, गणित और भाषा विषयों में रह गयी हैं. अब तकनीकी कारणों से नाम मात्र के पदों के लिए काउंसेलिंग बची है. फिलहाल छठे चरण का अब तक का घोषित शेड्यूल पूरा हो चुका है. काउंसेलिंग के एक से दो चक्र और संभावित हैं.
आधिकारिक जानकारी के मुताबिक प्रदेश के माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्कूलों मसलन अरवल में शिक्षकों के कुल रिक्तियों 491 में से 15, मधुबनी में 989 में 44, मुंगेर में 687 में 75, औरंगाबाद में 1086 में 69, जहानाबाद में 544 में 25, शिवहर में 149 में 6, सहरसा में 247 में 76, खगड़िया में 268 में 39, जमुई में 821 में 32, सीतामढ़ी में 887 में 74,
इसी प्रकार पूर्वी चंपारण में 1260 में 188, बेगूसराय में 338 में 36, भोजपुर में 1501 में 214, लखीसराय में 402 में 38, गोपालगंज में 885 में 55, समस्तीपुर में 1065 में 198, पश्चिमी चंपारण में 702 में 36, नवादा में 1287 में 66, मुजफ्फरपुर में 870 में 68, सुपौल में 514 में 52 , सारण में 865 में 35, सीवान में 899 में 43 आदि.
दूसरी ओर अररिया में 545 में 43, कटिहार में 592 में 74, पूर्णिया में 741 में 92, पटना में 2058 में 219, गया में 1854 में 121, दरभंगा में 1804 में 129, वैशाली में 946 में 56, मधेपुरा में 412 में 39, बांका में 706 में 33, नालंदा में 1288 आदि.