सौरभ गांगुली ने बिहार में खेल इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी पर जतायी चिंता, बताया कौन सुधार सकता है बिहार में क्रिकेट
Saurabh Ganguly: सौरव गांगुली ने बिहार में क्रिकेट इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर चिंता जतायी. उन्होंने कहा कि बिहार में आखिर अच्छा स्टेडियम कब तक बनेगा. पटना के अलावा भी दूसरे जिलों में क्रिकेट ग्राउंड की क्या स्थिति है. यह बीसीए के अधिकारियों को बताना चाहिए.
Saurabh Ganguly: धर्मनाथ, पटना. श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में बुधवार को रेनाटस वेलनेस प्रा लि की ओर से आयोजित कार्यक्रम में आये भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और बीसीसीआइ के पूर्व अध्यक्ष सौरव गांगुली ने बिहार में क्रिकेट की स्थिति पर प्रभात खबर से विशेष बातचीत की. बिहार में क्रिकेट के खस्ताहाल के सवाल पर सौरव गांगुली ने कहा कि बिहार में क्रिकेट को सुधारने का काम कोई और नहीं बल्कि बीसीए ही कर सकता है. यहां के खिलाड़ियों में प्रतिभा की कमी नहीं है. बीसीए के अधिकारी चाहेंगे तो बिहार में क्रिकेट का विकास संभव है.
इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी पर जतायी चिंता
बातचीत के दौरान सौरव गांगुली ने बिहार में क्रिकेट इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर चिंता जतायी. उन्होंने कहा कि बिहार में आखिर अच्छा स्टेडियम कब तक बनेगा. यह बीसीए के अधिकारियों को बताना चाहिए. पटना के अलावा भी दूसरे जिलों में क्रिकेट ग्राउंड की क्या स्थिति है. उन्होंने अपने शुरुआती कैरियर को याद करते हुए बताया कि जूनियर स्तर पर पटना के मोइनुल हक स्टेडियम में वे मैच खेलने आये थे. उस समय भी स्टेडियम की स्थिति अच्छी नहीं थी. पता नहीं अभी वह कैसा होगा. उन्होंने बताया कि बिहार में क्रिकेट के विकास के लिए बीसीसीआइ खूब पैसा देता है. इसके बावजूद यहां क्रिकेट का स्तर अपेक्षा के अनुरूप नहीं उठ सका. उन्होंने बताया कि जब वे बीसीसीआइ के अध्यक्ष थे, तो बीसीए की काफी मदद की थी. यहां के कई मुद्दों को सुलझाया था.
बिहार में प्रतिभा की कमी नहीं
भारत की अंडर-19 क्रिकेट टीम में बिहार के वैभव सूर्यवंशी के चयन पर प्रतिक्रिया देते हुए ”दादा” ने कहा कि बिहार में प्रतिभाओं की कोई कमी है. वैभव को मैं जानता हूं. वह अच्छा खिलाड़ी है. उसमें बड़ा खिलाड़ी बनने के सभी गुण हैं. यहां के क्रिकेटरों को कड़ी मेहनत करने की जरूरत है. बिहार के कई खिलाड़ी हैं, जो टीम इंडिया में शामिल हो सकते हैं. क्रिकेट में आए बदलाव के सवाल पर उन्होंने बताया कि टी-20 का वनडे और टेस्ट पर सकारात्मक असर पड़ा है. टी-20 से खिलाड़ियों की बल्लेबाजी और गेंदबाजी में बदलाव देखने को मिला है. उन्होंने बताया कि अब पुराने दौर के क्रिकेट की जरूरत नहीं है.
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… और टीशर्ट उतार हवा में लहरा दिया
करियर के यादगार मैच के सवाल पर गांगुली ने बताया कि वर्ष 2001 में कोलकाता में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला गया टेस्ट मैच और नेटवेस्ट सीरीज का फाइनल आजीवन याद रहेगा. कोलकाता टेस्ट में विपरीत परिस्थिति में बल्लेबाजी की और ऑस्ट्रेलिया को हराया. वहीं, नेटवेस्ट सीरीज के फाइनल में इंग्लैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवरों में 325 रन बनाये. मैं और वीरेंद्र सहवाग ने 100 की साझेदारी कर टीम को अच्छी शुरुआत दिलायी. इसके बाद चार विकेट जल्दी-जल्दी गिर गये. युवराज सिंह और मोहम्मद कैफ ने साहसिक पारी खेल कर टीम को जीत दिलायी. इसके बाद मैंने अपनी टीशर्ट उतार कर हवा में लहरायी थी.