Bihar News: पटना में नब्बे के दशक में एक हत्याकांड बिहार ही नहीं बल्कि देश के चर्चित हत्याकांडों में एक है. राबड़ी देवी की सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे बृज बिहारी प्रसाद को गोलियों से छलनी कर दिया गया था. इस हत्याकांड में लोजपा के पूर्व सांसद सूरजभान सिंह समेत कई चर्चित चेहरे आरोपित रहे. हालांकि पटना हाईकोर्ट ने सबूतों के अभाव में 8 लोगों को बरी कर दिया था. लेकिन अब इनमें मुन्ना शुक्ला और मंटू तिवारी को सुप्रीम कोर्ट ने दोषी करार देते हुए पटना हाईकोर्ट का फैसला पलट दिया है और दोनों को उम्रकैद की सजा का ऐलान किया है. इस सुनवाई ने फिर से इस हत्याकांड को जिंदा कर दिया है.
मुन्ना शुक्ला समेत दो को मिली सजा, बरी हो चुके हैं सूरजभान समेत 6 आरोपी
पूर्व मंत्री बृज बिहारी प्रसाद हत्याकांड मामले में सुप्रीम कोर्ट ने राजद नेता मुन्ना शुक्ला और एक आरोपी मंटू तिवारी को उम्रकैद की सजा सुनायी है. दोनों दोषी करार दिए गए. जबकि इसी हत्याकांड में बरी हो चुके पूर्व सांसद सूरजभान सिंह व राजन तिवारी समेत 6 आरोपितों की रिहाई के आदेश को बरकरार रखा गया है. पूर्व सांसद राम देवी, जो स्व. बृज बिहारी प्रसाद की पत्नी हैं व सीबीआई की अपील पर सुनवाई के दौरान गुरुवार को यह निर्णय आया है.
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क्या है पूर्व मंत्री हत्याकांड?
बृज बिहारी प्रसाद हत्याकांड मामले में केस पटना के गर्दनीबाग थाने में दर्ज है. 13 जून 1998 को पूर्व मंत्री बृज बिहारी प्रसाद की हत्या पटना के इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (IGIMS) अस्पताल परिसर में कर दी गयी थी. तमाम सुरक्षा इंतजाम के बीच उन्हें गोलियों से भून दिया गया था. उत्तर प्रदेश के माफिया श्रीप्रकाश शुक्ला समेत अन्य पर आरोप लगा था. इसमें बृज बिहारी प्रसाद की मौत हो गई थी.
पति की हत्या के बाद पत्नी रमा देवी सियासत के मैदान में उतरीं, सांसद बनीं
वहीं पति की मौत के बाद बृज बिहारी प्रसाद की पत्नी राजनीति में सक्रिय हो गयीं. उन्होंने पति की मौत के बाद आरजेडी के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ा और 12वीं लोकसभा में सांसद की जिम्मेदारी संभाली. बाद में उन्होंने बीजेपी ज्वाइन कर लिया और साल 2009 में बीजेपी के टिकट से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की. इसके बाद उन्होंने लगातार 2014 और 2019 में भी जीत का सिलसिला कायम रखा. रमा देवी ने अपने पति की मौत का बदला लेना नहीं छोड़ा. वो कानून के तहत इसकी लड़ाई लड़ने अदालत के दरवाजे पर पहुंचती रही. जब पटना हाईकोर्ट ने आरोपियों को वर्ष 2014 में बरी कर दिया तो सुप्रीम कोर्ट तक वो पहुंचीं और मुन्ना शुक्ला समेत दो आरोपितों को दोषी करार करवाकर माना.
क्या बोलीं दिवंगत पूर्व मंत्री की पत्नी?
बृज बिहारी प्रसाद की पत्नी रमा देवी ने सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद भारत सरकार और खासकर गृहमंत्री अमित शाह को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि 26 साल के बाद इस फैसले से संतुष्ट हैं कि कम से कम न्याय मिला. लेकिन खुश तो ना तब थे और ना ही आज. मेरे घर को बर्बाद कर दिया. लेकिन जनता ने मुझे सांसद बना दिया और यहां तक पहुंचाया. पूर्व मंत्री के अंगरक्षक को याद करते हुए उन्होंने कहा कि वो भी आज बहुत याद आए. अपनी जान की बाजी लगाकर उन्होंने जवाबी हमला किया और उनकी भी मौत हो गयी थी.रमा देवी ने कहा कि बहुत बड़ा अपराधी आज उम्रकैद की सजा पाया है. लोग राहत की सांस लेंगे.
कौन हैं मुन्ना शुक्ला?
विजय कुमार शुक्ला उर्फ मुन्ना शुक्ला की पहचान बिहार के बाहुबली नेता के रूप में है. नब्बे के दशक में मुन्ना शुक्ला का दबदबा रहा है. लालगंज से निर्दलीय चुनाव जीता, आगे लोजपा और फिर जदयू से भी टिकट लेकर चुनाव जीता. मंत्री बृज बिहारी हत्याकांड में जेल गए तो मुन्ना शुक्ला की पत्नी जदयू के टिकट पर लालगंज से विधायक बनीं. 2004 में मुन्ना शुक्ला ने लोकसभा चुनाव भी निर्दलीय लड़ा. 2009 में जदयू के टिकट पर भाग्य आजमाया. वहीं लोकसभा चुनाव 2024 में राजद के टिकट पर मुन्ना शुक्ला वैशाली से मैदान में उतरे थे.