संवाददाता, पटना 25 जुलाई से टीआइ-3 की ओएमआर शीट की स्कैनिंग शुरू होगी. बीपीएससी के परीक्षा नियंत्रक सत्य प्रकाश शर्मा ने बताया कि तीन से चार दिन ओएमआर शीट की स्कैनिंग में लगेंगे. उसके बाद प्रोविजनल आंसर-की जारी की जायेगी. अलग अलग विषयों की प्रोविजनल आंसर-की जारी करने में भी चार से पांच दिन का समय लगने की संभावना है. उन पर आपत्ति देने के लिए भी अभ्यर्थियों को समय दिया जायेगा. आपत्ति पर विचार करने के बाद आंसर-की को संशोधित कर दूसरी प्रोविजनल आंसर-की जारी की जायेगी और फिर उस पर भी आपत्ति ली जायेगी. उसके बाद अंतिम आंसर-की जारी की जायेगी और उसी के आधार पर बीपीएससी ओएमआर शीट का मूल्यांकन शुरू किया जायेगा. लेकिन मूल्यांकन पूरा हाेने के बाद भी तब तक रिजल्ट बनाने की प्रक्रिया शुरू नहीं होगी, जब तक परीक्षा में विभिन्न आरक्षित वर्गों को दिये जाने वाले आरक्षण की प्रतिशतता के बारे में सरकार और सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा स्पष्ट रूप में बीपीएससी को सूचित नहीं कर दिया जायेगा. विदित हो कि जब यह विज्ञापन आया था, उस समय राज्य सरकार द्वारा 50 फीसदी के पहले के आरक्षण की सीमा को बढ़ाकर 65 फीसदी कर दिया गया था. लेकिन कुछ दिनों पहले पटना हाइकोर्ट ने राज्य सरकार के इस आरक्षण वृद्धि के निर्णय को खारिज करते हुए 50 फीसदी को ही आरक्षण की अंतिम सीमा रेखा बने रहने देने का निर्देश दिया है. लिहाजा परीक्षा में शामिल ओबीसी, इबीसी, एससी और एसटी अभ्यर्थियों को अब कितनी फीसदी सीटों पर आरक्षण मिलेगा, यह राज्य सरकार के दिशा-निर्देशों से ही तय होगा. इसकी सूचना मिलने के बाद उसी के अनुरूप अलग-अलग वर्गों को आरक्षण दे कर रिजल्ट का प्रकाशन किया जायेगा.
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