स्कूली बच्चे अलग विषय के रूप में पढ़ेंगे आग से बचाव के तरीके
ग्निशमन विभाग आग से बचाव के तरीकों को एक विषय के रूप में तैयार कर रहा है और शिक्षा विभाग को जल्द ही प्रस्ताव भेजा जायेगा. इस बिषय को कक्षा छह से लेकर दसवीं तक के छात्रों के लिए तैयार किया जा रहा है.
-छठी से दसवीं कक्षा के छात्रों की सिलेबस में होगा शामिल-अग्निशमन विभाग फायर (आग) की पढ़ाई के लिए शिक्षा विभाग को भेजेगा प्रस्ताव
पटना.
आग के कारण हर साल कई लोगों की जान चली जाती है. साथ ही करोड़ों का नुकसान भी होता है. आग को लेकर जागरूकता नहीं होने के कारण लोगों को नुकसान झेलना पड़ता है. इसे लेकर अग्निशमन विभाग आग से बचाव के तरीकों को एक विषय के रूप में तैयार कर रहा है और शिक्षा विभाग को जल्द ही प्रस्ताव भेजा जायेगा. इस बिषय को कक्षा छह से लेकर दसवीं तक के छात्रों के लिए तैयार किया जा रहा है. इसके पीछे विभाग की मंशा यह है कि बच्चे छठी क्लास से ही आग से बचाव के संबंध में जानें और सतर्कता के साथ काम करें. उनके बीच जागरूकता आये और आग से बचाव हो सके. क्योंकि जागरूकता नहीं होने के कारण ही अगलगी की अधिकांश घटनाएं होती हैं. शहरी से लेकर ग्रामीण इलाकों में लोगों को आग से बचाव के संबंध में जागरूकता की कमी होती है. फायर की तरह ही परिवहन विभाग भी बच्चों को यातायात नियमों की जानकारी देने के लिए पढ़ाई कराने का प्रस्ताव शिक्षा विभाग को भेज चुका है. असिस्टेंट स्टेट फायर ऑफिसर राकेश कुमार ने बताया कि कक्षा छह से दसवीं तक के छात्रों को फायर के संबंध में पढ़ाई कराने के लिए जल्द ही प्रस्ताव शिक्षा विभाग को भेजा जायेगा.किन बातों की होगी किताब में जानकारी
-शहरी व ग्रामीण इलाकों में खाना बनाने के समय क्या सावधानी बरतें. खास कर गर्मी के दिनों में क्या-क्या सावधानी बरतें. -सिलिंडर को उपयोग करते समय क्या-क्या जांच कर लें. अगर सिलिंडर में आग लग जाती है, तो उसे कैसे बुझाएं.-कौन-कौन से सामान ज्वलनशील की श्रेणी में आते हैं.
-आग बुझाने के लिए किस तरह के उपकरणों को रखें और उनका उपयोग कैसे कर सकते हैं.-तारों या बिजली मीटर में शॉर्ट सर्किट न हो, इसके लिए क्या सावधानी बरतें.