मोकामा टाल में कृषि वैज्ञानिकों ने लिया दलहन की फसल का जायजा
मोकामा टाल में कृषि वैज्ञानिकों ने दलहन की फसल का जायजा लिया.
मोकामा. मोकामा टाल में कृषि वैज्ञानिकों ने दलहन की फसल का जायजा लिया. किसानों ने मिट्टी के पास से फसल के सूखने की शिकायत की थी. किसानों का कहना था कि सप्ताह में दो प्रतिशत के करीब फसल बर्बाद हो गये. विशेषज्ञों ने बताया कि दलहन की फसल में कॉलर रोट बीमारी लग रही है. जिन खेतों में अधिक नमी के बीच दलहन की बुआई की गयी, वहां इसका प्रकोप अधिक है. बीज उपचार सही तरीके से नहीं होने पर भी पौधे के पीले होकर सूखने के मामले सामने आ रहे हैं. पिछले कई दिनों से दोपहर के तापमान में इजाफा हुआ है. विशेषज्ञों का कहना है कि बीज का उपचार तीन स्टेज में होता है, लेकिन किसान जल्दीबाजी के चक्कर में बीज उपचार की सभी दवाएं एक साथ मिला एक ही स्टेज में उपचार कर लेते हैं. पौधा रोग विशेषज्ञ डॉ रमेश गुप्ता ने बताया कि मृदा जनित रोग का मामूली प्रकोप दलहन में है. यह बीमारी फसल में एक माह के अंदर फैलती है. एक माह बाद फसल में इस बीमारी का प्रकोप थम जाता है.
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