23.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

बिहार की सड़कों पर पुरानी गाड़ियों के चलने पर लग सकती है रोक, जानें क्या है सरकार की तैयारी

बिहार में अब 15 से 20 साल पुरानी कई गाड़ियां सड़कों पर नहीं दिखेगी. केंद्र सरकार द्वारा बनाई गई स्क्रैप पॉलिसी अब बिहार में भी लागू हो सकती है. जिसके बाद सूबे में करीब डेढ़ लाख गाड़ियां सड़कों पर चलने के लिए योग्य नहीं मानी जाएगी और सड़कों से बाहर हो जाएंगी. नियमों के अनुसार 15 साल पुराने व्यवसायिक वाहनों और 20 साल पुराने निजी वाहनों के परिचालन पर प्रतिबंध लगाया जाएगा.

बिहार में अब 15 से 20 साल पुरानी कई गाड़ियां सड़कों पर नहीं दिखेगी. केंद्र सरकार द्वारा बनाई गई स्क्रैप पॉलिसी अब बिहार में भी लागू हो सकती है. जिसके बाद सूबे में करीब डेढ़ लाख गाड़ियां सड़कों पर चलने के लिए योग्य नहीं मानी जाएगी और सड़कों से बाहर हो जाएंगी. नियमों के अनुसार 15 साल पुराने व्यवसायिक वाहनों और 20 साल पुराने निजी वाहनों के परिचालन पर प्रतिबंध लगाया जाएगा.

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार,केंद्र सरकार द्वारा बनाई गई स्क्रैप पॉलिसी अब बिहार सरकार भी लागू करने का विचार कर रही है. परिवहन विभाग जल्द ही इस संबंध में निर्देश जारी कर सकती है. व्यवसायिक वाहनों में ट्रक,बस ,टैक्सी, ऑटो जैसे वाहन शामिल हैं.2001 में खरीदी गई निजी गाड़ियां भी इस कैटेगरी में शामिल की जाएंगी.

ऑटोमेटेड फिटनेस सर्टिफिकेट सेंटर पर पुरानी गाड़ियों का प्रदूषण जांच किया जायेगा. पुरानी गाड़ियों की संख्या सड़क पर कम करने की पूरी तैयारी चल रही है. ऑटोमेटेड फिटनेस सर्टिफिकेट सेंटर पर 15 साल पुरानी व्यवसाई पुरानी गाड़ियों का निबंधन रद्द करने का भी प्रावधान रह सकता है.नये नियमों में वैसी गाड़ियां जो 15 साल पुरानी हो चुकी हैं उनके निबंधन में 2 से 3 गुना बढ़ोतरी करने का प्रस्ताव भी है.

Also Read: बिहार पंचायत चुनाव: मतदान और मतगणना केंद्र को लेकर चुनाव आयोग की कड़ी चेतावनी, अगर किया ये काम तो जाना होगा जेल…

ऐसा अनुमान है कि बिहार में करीब 1 लाख से अधिक गाड़ियां ऐसी हैं जो 15 से 20 साल पुरानी हैं. 2006 में खरीदी गई व्यवसायिक गाड़ियां व 2001 में खरीदी गई निजी गाड़ियां इसके दायरे में आ जाएंगी. केवल 2005-06 की बात करें तो इस दौरान कुल 80.4 हजार वाहनों की खरीद हुई है.

Posted By: Thakur Shaktilochan

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें