Bihar News: मेडिकल में एडमिशन के लिए 10 को जारी होगी सेकेंड मेरिट लिस्ट, जानें कितने सीटें रह गयी खाली
राज्य के 85 प्रतिशत एमबीबीएस सीटों पर फर्स्ट राउंड एडमिशन के बाद 260 सीटें खाली रह गयी थी. इन सीटों पर एडमिशन सेकेंड राउंड के तहत होगा. राज्य में 85 प्रतिशत कोटे के तहत 1121 एमबीबीएस सीटों पर एडमिशन होना है.
पटना. बिहार संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा पर्षद (बीसीइसीइबी) ने राज्य के मेडिकल कॉलेजों में सेकेंड राउंड के एडमिशन प्रक्रिया में एक बार पुन: बदलाव कर दिया है. बीसीइसीइबी सेकेंड मेरिट लिस्ट रविवार को जारी करने वाला था, लेकिन इस तिथि को तत्काल रद्द कर दिया गया है. अब सेकेंड मेरिट लिस्ट 10 मार्च को जारी किया जायेगा. राज्य के 85 प्रतिशत एमबीबीएस सीटों पर फर्स्ट राउंड एडमिशन के बाद 260 सीटें खाली रह गयी थी. इन सीटों पर एडमिशन सेकेंड राउंड के तहत होगा. राज्य में 85 प्रतिशत कोटे के तहत 1121 एमबीबीएस सीटों पर एडमिशन होना है.
आज से करें मॉपअप राउंड के लिए च्वाइस फिलिंग
मेडिकल काउंसेलिंग कमेटी (एमसीसी) नीट 2021 की काउंसेलिंग के लिए मॉपअप राउंड के लिए च्वाइस फिलिंग की प्रक्रिया सात मार्च से शुरू कर देगा. च्वाइस फिलिंग की प्रक्रिया mcc.nic.in पर जाकर कर सकते हैं. मॉपअप राउंड में रजिस्ट्रेशन करने के बाद उम्मीदवारों को सात मार्च तक ही आवेदन शुल्क जमा करना होगा. फर्स्ट व सेकेंड राउंड की काउंसेलिंग में रिक्त बची सीटों को भरने के लिए एमसीसी की ओर से मॉपअप राउंड की भी व्यवस्था की गयी है. इसके बाद अंत में स्ट्रे वैकेंसी का आयोजन होगा.
नीट की तिथि जल्द होगी जारी
पटना. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) जल्द ही नीट 2022 की तिथि जारी कर देगा. नीट यूजी 2022 जून के अंतिम सप्ताह या जुलाई के पहले सप्ताह में आयोजित होगा. आवेदन की प्रक्रिया मार्च अंत में शुरू हो जायेगी. स्टूडेंट्स को वेबसाइट पर नजर रखने की सलाह दी गयी है.
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एनटीए ने जारी किया फेलोशिप का रिजल्ट
पटना. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने यूजीसी नेट 2022 के राष्ट्रीय फेलोशिप पुरस्कार का रिजल्ट जारी कर दिया है. जिन उम्मीदवारों ने इस बार यूजीसी नेट परीक्षा में भाग लिया था, वह फेलोशिप का रिजल्ट ugcnet.nta.nic.in पर जाकर देख सकते हैं. फेलोशिप अनुसूचित जाति के छात्रों को उच्च शिक्षा जैसे साइंस, मानविकी, सामाजिक विज्ञान और इंजीनियरिंग व तकनीकी पाठ्यक्रमों को हासिल करने के लिए बढ़ावा देना है. इस फेलोशिप की अवधि पांच सालों के लिए होगी. फेलोशिप प्राप्त करने वाले को मान्यता प्राप्त किसी संस्थान, कॉलेज या विश्वविद्यालय में एमफिल या पीएचडी में एक साल के भीतर प्रवेश लेना होता है.