पटना. विदेश में काली कमाई को ठिकाने लगाने या निवेश करने वालों पर भी आसानी से शिकंजा कसेगा और तेजी से कार्रवाई हो सकेगी. आयकर विभाग के बिहार में मौजूद क्षेत्रीय कार्यालय के अंतर्गत जल्द ही एफएआइयू (फॉरेन एसेट्स इन्वेस्टिगेशन यूनिट) का गठन होने जा रहा है. सीबीडीटी (सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्स) ने इसकी मंजूरी दे दी है. बिहार से पहले गुजरात, महाराष्ट्र व कर्नाटक समेत करीब सात अन्य राज्यों में इस विशेष यूनिट का गठन हो चुका है. बिहार में भी इसकी प्रक्रिया अंतिम दौर में है.
पटना के बोरिंग रोड इलाके में इसके लिए कार्यालय भी तय हो गया है और उसे अंतिम रूप भी दिया जा रहा है. वर्ष 2022-23 की शुरुआत में इसे शुरू होने की संभावना है. बिहार में एफएआइयू के गठन से बिहार के अलावा झारखंड समेत आसपास के कुछ अन्य राज्यों से जुड़े ऐसे मामलों की समुचित मॉनीटरिंग हो सकेगी. इसके प्रमुख इन्वेस्टिगेशन विंग के निदेशक ही होंगे, लेकिन इसमें तीन से चार अलग से उपनिदेशक होंगे और इनके नीचे अन्य रैंक के कर्मी रहेंगे.
एफएआइयू के खुलने से विदेशों में किसी ने अगर अपनी काली कमाई को किसी रूप में निवेश कर रखा या छिपा रखा है, तो उस पर भी सीधे कार्रवाई हो सकती है. अगर किसी का किसी विदेशी बैंक में भी खाता है और उसमें लेन-देन किया हुआ है या यहां से पैसे ट्रांसफर किये गये हैं, तो उसे भी जब्त करने की कार्रवाई आसानी से शुरू की जा सकती है.