पटना सिटी. सिख पंथ के नौवें गुरु तेग बहादुर जी महाराज के 347 वां शहीदी पर्व तख्त श्री हरमंदिर जी पटना साहिब में पंजाब व देश भर से आये अखंड कीर्तनी जत्थों ने कीर्तन समागम आरंभ किया है. इस दौरान शहादत पर्व को लेकर तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब में श्री गुरु ग्रंथ साहिब का अखंड पाठ रखा गया. जिसका समापन सोमवार को होगा. उसी दिन विशेष दीवान भी सजेगा.
पंजाब के अमृतसर से बीबी सिमरण कौर के नेतृत्व में और दुर्ग, भिलाई, जबलपुर, कानपुर, लखनऊ समेत अन्य जगहों से अखंड कीर्तनी जत्था तख्त साहिब शनिवार सुबह भाई रविंद्र सिंह भाई अमृतपाल सिंह, गुरजीत सिंह, लाडिया जी दुर्ग वाले और जबलपुर से जसप्रीत सिंह की देख रेख में पहुंचा. सहयोग कर रहे स्थानीय संगत तेजेंद्र सिंह, रणजीत सिंह ने बताया कि रविवार को गुरुद्वारा गोविंद नगर चितकोहरा में और शाम को बाललीला गुरुद्वारा में अखंड कीर्तन होगा.
28 को शहादत पर्व के दिन कीर्तन बिलावल चौकी तख्त साहिब में आयोजित होगा. इस दौरान श्री गुरु ग्रंथ साहिब के अखंड पाठ की समाप्ति के उपरांत कथा व कीर्तन होगा. इसके बाद कार्यकारी जत्थेदार ज्ञानी बलदेव सिंह अरदास, हुकूमनामा व शस्त्रों का दर्शन करायेंगे. 29 को गुरु के बाग स्थित गुरुद्वारा में कीर्तन और रैन सवाई कीर्तन (रात्रि जागरण) का आयोजन गुरुद्वारा बाल लीला में होगा.
खालसा पंथ के संस्थापक दशमेश पिता श्री गुरु गोविंद सिंह जी महाराज का जीवन दर्शन अनुकरणीय है. मानवता का संदेश देते गुरु महाराज के जीवन दर्शन समाज को एकता व अखंडता के सूत्र में पिरोने का काम करती है. जिसकी प्रासंगिकता बदले परिवेश में बढ़ गयी है. यह बात तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब में आयोजित गुरु महाराज की गुरुता गद्दी दिवस पर आयोजित विशेष दीवान में वक्ताओं ने कही.
विशेष दीवान में बीते गुरुवार से चल रहे श्री गुरु ग्रंथ साहिब के अखंड की समाप्ति हुई. इसके बाद सजे विशेष दीवान में कथा वाचक ज्ञानी चरणजीत सिंह ने कथा की. तब रागी जत्थों में भाई कविंद्र सिंह, भाई अरविन्द सिंह निगुरुण, भाई जगत सिंह, भाई बिक्रम सिंह, भाई हरभजन सिंह, भाई जोगिंदर सिंह ने शबद कीर्तन कर संगत को निहाल किया. इसके बाद तख्त के साहिब के कार्यकारी जत्थेदार ज्ञानी बलदेव सिंह ने विश्व शांति व भाईचारे के लिए अरदास किया. धार्मिक आयोजन के उपरांत गुरु का अटूट लंगर चला.