शरद यादव की स्थिति नाजुक, सांस लेने की समस्या आने पर गंगा राम अस्पताल में कराया गया था भर्ती
पटना : बिहार के कद्दावर नेताओं में माने जानेवाले लोकतांत्रिक जनता दल के अध्यक्ष शरद यादव की स्थिति नाजुक बतायी जा रही है. मालूम हो कि 21 सितंबर को उनकी सांस लेने की समस्या आने पर उन्हें गंगाराम अस्पताल में भर्ती कराया गया था. शरद यादव की गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है. उनकी तबीयत पिछले माह से ही खराब चल रही है.
पटना : बिहार के कद्दावर नेताओं में माने जानेवाले लोकतांत्रिक जनता दल के अध्यक्ष शरद यादव की स्थिति नाजुक बतायी जा रही है. मालूम हो कि 21 सितंबर को उनकी सांस लेने की समस्या आने पर उन्हें गंगाराम अस्पताल में भर्ती कराया गया था. शरद यादव की गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है. उनकी तबीयत पिछले माह से ही खराब चल रही है.
इसके बाद शरद यादव की बेटी सुभाषिनी राज राव उर्फ सुभाषिनी बुंदेला ने 24 सितंबर को पत्र जारी कर पिता की सेहत खराब होने की सूचना दी थी. साथ ही कहा था कि उनकी सेहत में सुधार देखने को मिल रहा है.
शरद यादव की बेटी सुभाषिनी ने 15 अगस्त को ट्वीट कर कहा था कि ”हमारे आदरणीय पिता शरद यादव जी की तबीयत कुछ समय से नासाज चल रही है व कुछ दिनों से वह अस्पताल में भर्ती हैं. आपकी दुआओं से वह बेहतर महसूस कर रहे हैं व जल्द ही स्वस्थ होकर हमारे बीच लौटेंगे. उनकी अनुपस्थिति में मेरे अनुज शांतनु ने परंपरागत रूप से दिल्ली आवास पर झंडोत्तोलन किया.”
उसके बाद दो सितंबर को उन्होंने शरद यादव के घर लौटने की सूचना दी थी. उन्होंने लिखा था कि ”मसीहा लौट आया है”. आप सब की निरंतर प्राथनाओं और दुआओं से हमारे पिता आदरणीय शरद यादव स्वस्थ और दुरुस्त होकर अस्पताल से घर लौट आये हैं. उनकी सेहत पहले से अब काफी बेहतर है.”
उसके बाद सांस लेने की समस्या होने पर दोबारा 21 सितंबर को दिल्ली के गंगा राम अस्पताल में भर्ती कराया गया था. बिहार के इस कद्दावर नेता की खराब तबीयत को देखते हुए उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था.
सुभाषिनी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई नेताओं को शुक्रिया अदा करते हुए कहा था कि ”मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन की ऋणी हूं, जिन्होंने ना केवल मेरे पिता का हालचाल जाना, बल्कि अस्पताल प्रशासन के भी नियमित संपर्क में रहे. साथ ही उन्होंने आशीर्वाद दिया.” उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी धन्यवाद दिया, जिन्होंने फोन कर शरद यादव के स्वास्थ्य की जानकारी ली थी.
शरद यादव बिहार में सत्ताधारी जेडीयू के लंबे समय तक राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने जाने के बाद उन्होंने पार्टी छोड़ कर लोकतांत्रिक जनता दल का गठन कर लिया था.
शरद यादव केंद्र की राजनीति के धुरंधर नेताओं में से एक हैं. अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में शरद यादव खाद्य तथा उपभोक्ता मंत्रालय एवं नागरिक उड्डयन मंत्रालय संभाल चुके हैं. शरद यादव सात बार लोकसभा और तीन बार राज्यसभा के लिए चुने जा चुके हैं.