Sharda Sinha: अंतिम यात्रा पर निकली शारदा सिन्हा, गुलबी घाट में होगा अंतिम संस्कार

Sharda Sinha: शारदा सिन्हा अपने राजेंद्र नगर आवास से अंतिम यात्रा पर निकल गयी हैं. उनका पार्थिव शरीर मुक्तियान से पटना के गुलबी लाया जा रहा है. शारदा सिन्हा की ने अंतिम इच्छा जाहिर की थी कि उनका अंतिम संस्कार गुलबी घाट पर हो.

By Ashish Jha | November 7, 2024 9:18 AM

Sharda Sinha: पटना. लोक गायिका शारदा सिन्हा अपने राजेंद्र नगर आवास से अंतिम यात्रा पर निकल गयी हैं. उनका पार्थिव शरीर मुक्तियान से पटना के गुलबी लाया जा रहा है. शारदा सिन्हा की अंतिम यात्रा में कई लोग शामिल हैं. शारदा सिन्हा के परिवार के सदस्य और अन्य लोग शारदा सिन्हा के पार्थिव शरीर को लेकर घर से निकले हैं. उनकी शव यात्रा को परिवार के सदस्यों ने कंधा दिया है. शव यात्रा में परिवार के सदस्यों के साथ-साथ उनके चाहने वाले लोग शामिल हैं. इस शव यात्रा में शारदा सिन्हा अमर रहें और छठी मइया के जय के नारे भी लगाए गए हैं.

नम आंखें और जयकारे के बीच विदा हुई शारदा

शारदा सिन्हा को नम आंखों से अंतिम विदाई दी जा रही है. पटना के राजेंद्र नगर स्थित शारदा सिन्हा क घर से जब उनके पार्थिव शरीर को उठाया गया, तब हर आंख नम नजर आई. शारदा सिन्हा को उनके घरवालों ने कंधा दिया है. पटना के गुलबी घाट पर शारदा सिन्हा का अंतिम संस्कार किया जाएगा. कुछ वक्त पहले शारदा सिन्हा के पति का निधन हुआ था और उनका अंतिम संस्कार भी पटना के गुलबी घाट पर किया गया था. शारदा सिन्हा की ने अंतिम इच्छा जाहिर की थी कि उनका अंतिम संस्कार गुलबी घाट पर हो. राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार गुलबी घाट पर होगा.

बेटे और बहु का हुआ बुरा हाल

शारदा सिन्हा के अंतिम यात्रा में देखा जा सकता है कि शारदा सिन्हा के बेटे अंशुमन सिन्हा की हालत बिगड़ी हुई है. मां के निधन से बेटा अंशुमन सिन्हा तो बिल्कुल टूट गए हैं. शारदा सिन्हा के निधन से अंशुमन की हालत खराब है और वो ठीक से चल भी नहीं पा रहे हैं. मां के जाने से उनकी जिंदगी सूनी हो गई है. अंशुमन के साथ ही उनकी पत्नी भी काफी दुखी हैं. शारदा सिन्हा की बहू उनके पार्थिव शरीर को छूते हुए फफक-फफक कर रोती रही.

पटना की सड़कों पर लोगों का सैलाव

शारदा सिन्हा के परिवार के साथ बिहार का हर एक इंसान मातम मना रहा है. शारदा सिन्हा के निधन से सभी लोग दुखी हैं. पटना की सड़कों पर लोगों का इतना बुरा हाल हो रहा है कि एक- दूसरे को संभालना भी मुश्किल हो गया है. पटना के गुलबी घाट पर बड़ी संख्या में लोग सुबह सात बजे ही पहुंच गये थे. शव यात्रा में भी काफी संख्या में लोग शामिल हैं.

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